तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) की आंध्र प्रदेश यूनिट के अध्यक्ष के. अत्चन्नायडू ने रविवार को वाईएसआरसीपी सरकार पर तेलंगाना में प्रवेश करने से रोके जा रहे कोविड मरीजों की समस्याओं के समाधान के लिए तत्काल कोई कदम नहीं उठाने के लिए उनकी आलोचना की।
अंतर-राज्यीय सीमा पर कोविड रोगियों को रोके जाने पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए, अत्चन्नायडू ने आरोप लगाया कि आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्री ऐसे समय में आम लोगों के जीवन के साथ खेल रहे हैं, जब कोरोना वायरस अनकही पीड़ा का कारण बना हुआ है। तेदेपा नेता ने पोंडुगला चेकपोस्ट पर तेलंगाना पुलिस द्वारा मोटर चालकों पर लाठीचार्ज की निंदा की।
अत्चनैडु ने आरोप लगाया कि तेलंगाना पुलिस आंध्र प्रदेश के वाहनों को सीमा पर नहीं जाने दे रही है और यहां तक कि वाहन उपयोगकतार्ओं को धमकी भी दे रही है। उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी ऐसा व्यवहार कर रहे हैं जैसे कि ये सीमा समस्याएं उनकी चिंता नहीं हैं। उन्होंने कहा, यह एक बधिर व्यक्ति के सामने आंध्र प्रदेश के लोगों की समस्याओं को उठाने जैसा है।
देश के किसी अन्य राज्य में इस तरह की घटनाएं नहीं हो रही हैं। अत्चनैडु ने पूछा कि क्या आंध्र प्रदेश के लोगों को प्रवेश से वंचित करने के लिए तेलंगाना भारत का हिस्सा नहीं है? उन्होंने कहा कि जब सीमा पर ऐसी अप्रिय घटनाएं हो रही थीं तब आंध्र प्रदेश के अधिकारी अपने तेलंगाना समकक्षों से बात नहीं कर रहे थे। सरकारों को यह स्पष्ट करना चाहिए कि क्या भारतीय संविधान के बाहर कुछ अन्य कानून तेलंगाना में लागू हैं।
टीडीपी नेता जानना चाहते थे कि अगर तेलंगाना के अधिकारी किसी सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी विधायक या मंत्री को हैदराबाद में आपातकालीन उपचार के लिए जाने से रोकेंगे तो आंध्र सरकार क्या प्रतिक्रिया देगी। अत्चन्नायडू ने आंध्र प्रदेश सरकार से एक टास्क फोर्स बनाने की मांग की ताकि सीमा की समस्याओं के समाधान के लिए तेलंगाना के अधिकारियों के साथ समन्वय किया जा सके। उन्होंने कहा कि अगर आंध्र सरकार सीमाओं पर मरीजों की परेशानी को नजरअंदाज करती रही तो टीडीपी चुपचाप नहीं देखेगी।