प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को देशवासियों से कोरोना वायरस (कोविड-19 ) को हराने के लिए 22 मार्च को एक जनता कर्फ्यू का आयोजन करने का आह्वान किया है। इस दौरान जनता से घर में रहने की अपील की है। प्रधानमंत्री के ‘‘जनता कर्फ्यू’’ आह्वान का तेलंगाना और बेंगलुरु के मुख्यमंत्रियों ने अपने-अपने राज्यों में लोगों से स्वेच्छा से पालन करने का अनुरोध किया है।
तेलंगाना में शुक्रवार रात तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 19 मामले सामने आये हैं। वहीं कर्नाटक में शनिवार को तीन नये मामले सामने आने के साथ कोविड-19 से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 18 हो गई। मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव ने जनता कर्फ्यू को सफल बनाने के लिये राज्य के मुख्य सचिव सोमेश कुमार को जिला कलेक्टरों और पुलिस, स्वास्थ्य और अन्य विभागों के अधिकारियों के साथ एक वीडियो कांफ्रेंस करने का निर्देश दिया। शुक्रवार देर रात एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह कहा गया।
तेलंगाना की राज्यपाल तमिलसाई सौंदर्यराजन ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन कर लोगों से रविवार को सुबह सात बजे रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन करने का अनुरोध किया। राज्य के भ्रदाचलम में श्री राम नवमी समारोह भी सादे तरीके से मनाया जाएगा। इस बीच आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आसिफाबाद जिले के कलेक्टर ने जिला मेडिकल एवं स्वास्थ्य अधिकारी को एक पत्र लिख कर एक विधायक को एहतियात के तौर पर पृथक किये जाने की जरूरत का उल्लेख किया है। विधायक अपनी पत्नी के साथ हाल ही में अमेरिका से लौटे हैं।
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हालांकि उन्होंने बताया कि विधायक में कोविड-19 से जुड़े कोई लक्षण नहीं हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा ने भी लोगों से जनता कर्फ्यू का पालन करने की अपील की है। उन्होंने लोगों से जनता कर्फ्यू खत्म होने के बाद तुरंत ही सड़कों पर नहीं उतरने को कहा है। उन्होंने लोगों से इस वायरस से लड़ने के लिये संकल्प लेने की अपील की। येदियुरप्पा ने कहा कि कर्नाटक सरकार ने अब तक इस वायरस का सफलतापूर्वक मुकाबला किया है। ऐसा लोगों के सहयोग के चलते हुआ।