मध्य प्रदेश में नेताओं के बीच चुनावी साल में जमकर बयानबाजी हो रही है। कल खातेगांव की सभा में कमलनाथ ने एक बड़ा बयान दिया था, जिस पर सियासत शुरू हो गई है। कमलनाथ के बयान पर आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निशाना साधा है। जबकि उन्होंने रानी कमलापति पर दिए गए नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह के बयान पर भी बड़ी बात कही है।
कांग्रेस में ऊटपटांग बयान देने का अभियान – शिवराज
कमलनाथ के मतदाता के नशे में होने वाले बयान पर सीएम शिवराज ने कहा कि ‘कांग्रेस में ऊटपटांग बयान देने का अभियान चल रहा है, कमलनाथ कह रहे मतदाता नशे मे है। इसका क्या मतलब है कि मतदाता नशे में है कि वो लगातार बीजेपी को जिता रहे हैं, इसलिए नशे में है। क्या यह जनता का अपमान नहीं है, क्या ये मतदाताओं का अपमान नहीं है नशे में जनता को कहने वाले क्या खुद नशे में नहीं है कि वो क्या कह रहे हैं। यही जनता के प्रति उनकी सोच है।’
कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और अंतर्कलह खुलकर सामने आ रही
सीएम शिवराज ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘कांग्रेस पार्टी में गुटबाजी और अंतर्कलह खुलकर सामने आ रही है। एक दूसरे को छोटा बनाने के लिए उटपटांग बयान देने का अभियान चला हुआ है, प्रदेश के राजनैतिक इतिहास में ऐसा कभी भी नहीं हुआ है। इस दौरान सीएम शिवराज ने नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह पर भी निशाना साधा। सीएम ने कहा कि ‘अत्यंत शर्मनाक है कि रानी कमलापति के बारे में अपमानजनक बयान देने के बाद गोविंद सिंह माफी नहीं मांग रहे हैं, बल्कि उट पटांग बयान दे रहे हैं। कमलनाथ भी अजब गजब है, वह भी गोविंद सिंह का समर्थन कर रहे हैं और कह रहे हैं कि बीजेपी फर्जी नाम ढूंढ कर ला रही है।’
मध्यप्रदेश के नागरिकों की श्राध्दा का केंद्र
सीएम ने कहा कि ‘रानी कमलापति मध्यप्रदेश के नागरिकों की श्राध्दा का केंद्र रही है, कांग्रेस को एक खानदान के अलावा कुछ नहीं दिखता। कमलनाथ भी बेशर्मी से नेता प्रतिपक्ष का बचाव कर रहे हैं और नेता प्रतिपक्ष बड़ा नेता बनने की बात कह रहे हैं। क्या बड़ा नेता बनने के लिये इस तरह के बयान दिए जाएंगे। कांग्रेस में बड़ा नेता बनने की होड लगी है। कोई विधानसभा में झूठ बोलता है, किसी का निलबंन होता है, कोई नियमावली फाड़ कर बड़ा नेता बनने की कोशिश करता है, कोई दिव्यांग को मारता है, कोई मुस्लिमों की आबादी कम होने की बात करता है।’
कमलनाथ ने दिया था यह बयान दरअसल, कमलनाथ ने कल खातेगांव की एक सभा में बयान दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि ‘आखिर खाते गांव के मतदाता कौन से नशे में है, ऐसे कौन से नशे में है मतदाता जो उनको दिखता नहीं है की उपेक्षा की जा रही है।’ उनके इसी बयान पर बीजेपी जमकर निशाना साध रही है।