कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने राज्य को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के गंतव्य के रूप में चिह्नित करते हुए बुधवार को कहा कि राज्य सरकार इस संबंध में एक उदाहरण प्रस्तुत करने को प्रतिबद्ध है। उन्होंने भारत-जापान बिजनेस फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि जापान राज्य के लिये एक महत्वपूर्ण भागीदार है।
उन्होंने कर्नाटक को ऐसी उत्कृष्ट औद्योगिक अर्थव्यवस्था बनाने के उपायों को रेखांकित किया, जो अन्य राज्यों के लिये एक मॉडल बन सकें। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हमारा राज्य में देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश आकर्षित करने में अग्रणी है और मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि जैसे-जैसे हम कोविड-19 के चरण से उबर रहे हैं, हम एक मानक गढ़ेंगे।’’
उन्होंने नीति आयोग के उस हालिया नवोन्मेष सूचकांक का भी जिक्र किया, जिसमें कर्नाटक शीर्ष पर रहा है। उन्होंने कहा कि यह गुणवत्तापूर्ण मानव संसाधनों, प्रतिष्ठित उच्च शिक्षण संस्थानों और अनुसंधान व विकास पर जोर देने से संभव हुआ है। येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘इसे एक सक्रिय प्रशासन और अनुकूल निवेश माहौल से भी सहायता व समर्थन मिला है।’’
उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप उद्योग की उभरती पारिस्थितिकी को बढ़ावा देने को लेकर कर्नाटक नवोन्मेष प्राधिकरण स्थापित करने के लिये हाल ही में एक ऐतिहासिक कानून पारित किया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेशकों को कारोबार करना आसान बनाने के लिये कदम उठाये हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने प्रक्रियाओं को सरल बनाया है, यनिवेशकों के लिए एकल खिड़की की स्थापना की है और उद्योग के साथ नियमित चर्चा में लगे हुए हैं। पिछले कुछ महीनों में, निवेश को आकर्षित करने के लिये श्रम कानूनों को सरल बनाया गया है।’’