पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष की रैली में जाने के दौरान बुधवार को रास्ते में भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गयी तथा इस दौरान वहां से गुजर रही गाड़ियों पर पत्थर एवं देसी बम फेंके गए।
पुलिस ने बताया कि सूरी में आयेजित रैली में पहुंचने के लिए एक मिनी ट्रक से जा रहे भाजपा कार्यकर्ताओं की जिले के सिमुरली से गुजरने के दौरान तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से झड़प हो गयी। पथराव में गाड़ी का शीशा टूटने के बाद भाजपा के कार्यकर्ता वाहन से नीचे उतरे और संघर्ष शुरू हो गया। इस दौरान देसी दम भी फेंके गए। दोनों समूहों ने इलाकों से गुजर रहे दो पहिया वाहनों समेत कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया।
बोलपुर से पुलिस की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची और भीड़ को तितर-बितर करने तथा राजमार्ग को खाली कराने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। भाजपा समर्थकों ने आरोप लगाया कि झड़प के दौरान तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा कथित रूप से की गई गोलीबारी में उनके दो साथी जख्मी हो गए लेकिन पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की।
घोष ने रोड शो और सूरी में जनसभा के बाद पत्रकारों से कहा कि तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने भाजपा सदस्यों को उनकी सभा में शिरकत करने से रोकने की कोशिश की और उन्हें डराने के लिए हिंसक तरीके अपनाए लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिलेगी।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘तृणमूल कांग्रेस के गुंडों की गोलीबारी में हमारे दो समर्थक जख्मी हो गए हैं। लेकिन वे भाजपा को इस तरह से रोक नहीं सकते हैं। हम (राज्य में चुनाव जीत कर) सत्ता में आएंगे और सुनिश्चित करेंगे ऐसे हमलों के गुनाहगारों और साजिश करने वालों को सजा मिले।’
घोष ने कहा, ‘हम ऐसे हर हमले, भाजपा कार्यकर्ता पर दर्ज किए जा रहे हर झूठे मामले का संज्ञान ले रहे हैं। ‘राज्य में अप्रैल-मई 2021 में विधानसभा चुनाव होना है। भाजपा के आरोपों पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के नेता अभिजीत सिन्हा ने कहा, ‘ हम भाजपा की रैली में शिरकत करने जा रहे लोगों पर हमले में शामिल नहीं थे। तृणमूल कांग्रेस लोकतंत्र में भरोसा करती है।’
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बाहर से बदमाशों को लाकर इलाके में अशांति भड़का रही है और तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं पर हमले करवा रही है।