कोविड-19 के इलाज के लिए विकसित किए गए टीके ”कोवेक्सिन” के क्लीनिकल ट्रायल (नैदानिक परीक्षण) को आयोजित करने की प्रक्रिया मंगलवार को हैदराबाद के निजाम आयुर्विज्ञान संस्थान (एनआईएमएस) में शुरू की गई। राज्य सरकार द्वारा संचालित इस अस्पताल के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
एनआईएमएस के निदेशक डॉ के मनोहर ने कहा, ” हम स्वस्थ लोगों का चयन करेंगे और उनके खून के नमूने लेकर नयी दिल्ली में नामित प्रयोगशालाओं में भेजेंगे। वे हरी झंडी देंगे। इसके बाद जिन लोगों को दवा दी जानी है, उनकी जांच के बाद, पूरी निगरानी में टीके की पहली खुराक दी जाएगी।”
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) ने टीके के क्लीनिकल ट्रायल के लिए 12 चिकित्सा संस्थानों एवं अस्पतालों का चयन किया है, जिनमें एनआईएमएस भी शामिल है। चिकित्सा अधिकारी ने कहा, ” हर चीज आईसीएमआर को भेजी जाएगी, जहां आंकड़ों का विश्लेषण किया जाता है।
हमने पहले ही लोगों की स्क्रीनिंग शुरू कर दी है। हम सबसे पहले कैमरे पर व्यक्ति की सहमति लेंगे।” क्लीनिकल ट्रायल के लिए कुल कितने लोगों की आवश्यकता होगी, इस पर मनोहर ने कहा कि कम से कम 30 लोगों की जरूरत होगी। आईसीएमआर और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान के साथ मिलकर भारत बायोटेक ने कोविड-19 के इलाज के लिए ”कोवेक्सिन” टीका विकसित किया है। भारत के दवा महानियंत्रक की ओर से हाल में इस टीके के मानव परीक्षण की अनुमति दी गई थी।