केरल के कई हिस्सो में 12 नंवम्बर की रात से लगातार बारिश हो रही है। जिससे निचले इलाको में जलभराव हो गाया हैं और उपरी इलाको में मामूली भूस्खलन हुआ हैं। और साथ ही ट्रेन सेवाएं बाधित हुईं। भारी बारिश को देखते हुए अधिकारियों को पहाड़ी इलाकों, नदी किनारों और पर्यटन केंद्रों में अत्यधिक सावधानी बरतने को कहा गया है जबकि मौसम विभाग ने तिरुवनंतपुरम जिले के लिए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के नवीनतम अपडेट के अनुसार, तिरुवनंतपुरम में अत्यधिक भारी बारिश का अनुमान जताया गया है, जबकि कोल्लम, पथनमथिट्टा, अलाप्पुझा, कोट्टायम और इडुक्की जिलों के लिए बहुत भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। ईएमडी के अनुसार, 16 नवंबर तक राज्य में एक या दो स्थानों पर गरज के साथ बारिश होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने एक फेसबुक पोस्ट में कहा कि भारी बारिश को देखते हुए भूस्खलन और बाढ़ संभावित क्षेत्रों में आपातकालीन राहत शिविर खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि दक्षिणी राज्य में पछुआ हवाएं तेज हो रही हैं। तिरुवनंतपुरम और कोल्लम जिलों में भारी बारिश के हालात बरकरार हैं। जयन ने कहा, ”चूंकि आने वाले घंटों में व्यापक बारिश का अनुमान है, इसलिए उच्च पर्वतीय इलाकों, नदियों के किनारे के इलाकों और पर्यटन केंद्रों पर अत्यधिक सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।”
खबरों के मुताबिक, अगले 12 घंटों में बंगाल की खाड़ी में अंडमान सागर में एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र बनने का अनुमान है, और इसके 15 नवंबर तक बंगाल की खाड़ी के मध्य पूर्व की ओर पहुंचने तथा अत्यधिक निम्न दबाव के रूप में मजबूत होने की आशंका है। ख्यमंत्री ने आईएमडी के पूर्वानुमान का हवाला देते हुए, यह भी कहा कि केरल में अगले दो हफ्तों में यानी 12 से 25 नवंबर तक सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है। दक्षिणी रेलवे ने यहां एक बयान में कहा कि लगातार बारिश के कारण नेय्यातिनकारा-परसाला रेल मार्ग और एरानिएल-कुलीथुराई खंड में भूस्खलन हुआ और नागरकोइल जंक्शन-कन्याकुमारी खंड में जलभराव हो गया है। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कुछ ट्रेन सेवाओं को पूरी तरह या आंशिक रूप से रद्द कर दिया गया। य्यातिनकारा उपनगर के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पुल का हिस्सा बारिश के पानी में पह गया। नहरों का जलस्तर बढ़ने से विझिंजम के तटीय गांव में दुकानों में बारिश का पानी घुस गया। जिले के उच्च पर्वतीय क्षेत्रों विशेषकर विथुरा, पोनमुडी, नेदुमंगडु, पालोड आदि में लगातार बारिश हो रही है।
इस बीच, जिले के अधिकारियों ने कहा कि अरुविक्कारा और पेप्पारा बांधों के ‘शटर’ सुबह उठा दिए गए। रेड अलर्ट’ 24 घंटों में 20 सेमी से अधिक व भारी से अत्यधिक भारी बारिश का संकेत देता है, जबकि ‘ऑरेंज अलर्ट’ 6 सेमी से 20 सेमी तक बहुत भारी बारिश को दर्शाता है। ‘येलो अलर्ट’ का मतलब 6 से 11 सेंटीमीटर के बीच भारी बारिश हो सकती है।