सारण : गंगा नदी पर दानापुर से दिघवारा के बीच नये पुल के निर्माण की मंजुरी मुख्यमंत्री श्री नितिश कुमार ने दे दी है। मुख्यमंत्री की स्पष्टता, राज्य के विकास के विभिन्न विषयों पर पकड़ और राज्य की भौगोलिक स्थिति का ज्ञान और और उनके अभियंता होने का हुनर दानापुर से दिघवारा के बीच गंगा नदी पर प्रस्तावित पुल के निर्माण के निर्णय में दिखता है। उनकी दूरदर्शिता और बिहार के चहुंमुखी विकास की ललक राज्य सरकार की सभी योजनाओं में दिखती है।
उक्त बातें भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सह सारण लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री राजीव प्रताप रुडी ने मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक के पश्चात कही। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सबका साथ सबका विकास के मूलमंत्र पर चलते हुए गांव-गांव तक सड़क और बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित कर एक नई इबारत लिख रही है। बताते चलें कि मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री रुडी ने मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंती से बैठक की। इस अनौपचारिक बैठक में विधानसभा अध्यक्ष श्री विजय कुमार चौधरी, राज्य सरकार के मंत्री श्री महेश्वर हजारी और जद (यू) नेता श्री शैलेंद्र प्रताप उपस्थित थे।
सांसद श्री रुडी ने कहा कि पुल निर्माण की मुख्यमंत्री की मंजूरी के बाद वैशाली, सारण, सिवान, गोपालगंज, देवरिया के साथ ही मनेर के विकास की तस्वीर बदल जायेगी। मुख्यमंत्री जी के इस फैसले से बिहार के साथ साथ उत्तर प्रदेश की जनता भी खुश है और मुख्यमंत्री को कोटि-कोटि धन्यवाद दे रहे है। विदित हो कि दानापुर-दिघवारा के बीच पुल निर्माण के लिए सांसद श्री रुडी पिछले कई दिनों से प्रयत्न करते रहे है।
श्री रुडी के प्रयासों का ही परिणाम है कि 11 जुलाई को छपरा के पुलिस लाईन मैदान में डबल डेकर पुल के शिलान्यास कार्यक्रम के लिए आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नितिश कुमार ने सार्वजनिक मंच से इस पुल की घोषणा की। जिसके पश्चात श्री रुडी इस योजना को शीघ्र मूर्त रूप देने का प्रयास करने लगे और डीपीआर बनवाने के साथ ही मंगलवार को मुख्यमंत्री के साथ बैठक में इसे मंजूर भी करवा लिया। अब पुल के निर्माण का प्रारम्भिक प्रस्ताव तैयार है।
श्री रुडी ने बताया कि मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में महात्मा गांधी सेतु के पूरब दिशा में छः लेन का पुल, कच्ची दरगाह से विधुपुर, बख्तियारपुर से ताजपुर, और भागलपुर में भी एक सेतु का निर्माण हो रहा है। अब गंगा नदी के पश्चिम में पुलों के निर्माण की बारी है। इसी के तहत यह दानापुर से दिघवारा के बीच प्रस्तावित पुल भी है। श्री रुडी ने बताया कि पुल के निर्माण पूरा होने पर उत्तर बिहार जाने वाले वाहन अब एनएच 102 से छपरा होकर मुजफ्फरपुर जायेंगे और पटना से पश्चिम जाने वाले वाहनों को एक नया मार्ग उपलब्ध हो जायेगा।
राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री रुडी ने बताया कि बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने दानापुर-दिघवारा के बीच अंग्रेजों के जमाने वाली सड़क का आलाइनमेंट किया है। इसके निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण की भी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। उन्होने बताया कि इस पुल से एनएच 19, 102, शीतलपुर, परसा, सिवान राजकीय उच्च पथ संख्या 73 और दिघवारा डेरनी अमनौर एसएच 104 का संपर्क भी इस पुल से जोड़ा जायेगा।
उन्होनें कहा कि इस पुल के निर्माण से जिस प्रकार दिल्ली के यमुना पार का विकास हुआ उसी प्रकार आने वाले समय में दियारा क्षेत्र की भी प्रगति होगी और यह क्षेत्र ग्रेटर पटना का उपनगर हो सकेगा। सांसद ने बताया कि दिघवारा-दानापुर के बीच गंगा पुल के निर्माण से सारण, सीवान व गोपालगंज आदि जिले समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग आसानी से इस रास्ते से राजधानी व उसके आसपास तक पहुंचने लगेंगे। उनके खेतों के फूल, अनाज व सब्जी जैसे उत्पादों को एक जिले से दूसरे जिले तक ले जाने में सुविधा होगी, वहीं किसानों की आमदनी होगी। दिघवारा अकिलपुर होते हुए दानापुर पुल से राज्य की राजधानी पटना के लिए अंतरराज्यीय सड़क सम्पर्क अत्यधिक सुगम होगा