छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर में जवान ने अपने साथियों पर गोलीबारी की है। इस घटना में चार जवानों की मौत हो गई तथा तीन अन्य घायल हो गए हैं। राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीआरपीएफ के चार जवानों के शहीद होने पर शोक व्यक्त किया, जिनकी उनके सहयोगी ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
इस घटना के पीछे की सही वजह का पता नहीं चल पाया है
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, आरोपी रितेश रंजन ने ड्यूटी के लिए तैयार होने के बाद बैरक में सो रहे अन्य कर्मियों पर अंधाधुंध गोलियां चला दीं। हालांकि लिंगमपल्ली गांव में तैनात सीआरपीएफ की 50वीं बटालियन के कैंप में तड़के करीब साढ़े तीन बजे हुई इस घटना के पीछे की सही वजह का पता नहीं चल पाया है। गोलीबारी में मारे गए चार लोगों में से तीन बिहार के हैं और एक पश्चिम बंगाल का है। इनकी पहचान धनजी, राजीव मंडल, राजमणि यादव और धर्मेद्र कुमार के रूप में हुई है।
पुलिस अधिकारियों को दिए ये निर्देश
बघेल ने पुलिस अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया है कि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। इस बीच, घटना में सीआरपीएफ के सात जवान भी घायल हो गए, जिनमें से दो को रायपुर ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों, महानिरीक्षक (आईजी) बस्तर की एक टीम सुकमा जिला कलेक्टर के साथ मौके पर पहुंच गई है और आगे की जांच जारी है।