राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि असम में ईवीएम मशीन को लेकर चल रहे विवाद पर चुनाव आयोग को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए थी। उन्होंने इस मामले की जांच कराए जाने की मांग की। सीएम गहलोत ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘असम ईवीएम प्रकरण में चुनाव आयोग को कांग्रेस की ओर से पूर्व कानून मंत्री अश्विनी कुमार द्वारा दाखिल याचिका को गंभीरता से लेना चाहिए। पहले ही ईवीएम को लेकर विवाद चल रहा है, ऐसे में चुनाव आयोग को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए थी जो यहां नहीं दिखी। इसकी जांच होनी चाहिए।’’
असम EVM प्रकरण में चुनाव आयोग को कांग्रेस की ओर से पूर्व कानून मंत्री श्री अश्विनी कुमार द्वारा दाखिल याचिका को गंभीरता से लेना चाहिए। पहले ही EVM को लेकर कॉन्ट्रोवर्सी चल रही है, ऐसे में चुनाव आयोग को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए थी जो यहां नहीं दिखी। इसकी जांच होनी चाहिए।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 2, 2021
उल्लेखनीय है कि असम में पाथरकांडी से भाजपा उम्मीदवार की कार से मतदान में इस्तेमाल हुई ईवीएम बरामद होने के बाद कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से भाजपा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अनुरोध करते हुए मांग की कि राज्य में छह अप्रैल को होने वाले अंतिम चरण के चुनाव के लिये सुरक्षा बढ़ाई जाए।
सीएम गहलोत ने एक अन्य ट्वीट में भाजपा पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि चुनावों के समय प्रवर्तन निदेशालय, सीबीआई और आयकर विभाग का दुरूपयोग कर सरकारों को गिराने के प्रयास भाजपा के तौर-तरीके बन गये है। उन्होंने कहा,‘‘हम सभी जानते है कि पश्चिम बंगाल में इस तरीके का उपयोग करते हुए भाजपा ने बड़ी संख्या में तृणमूल कांग्रेस नेताओं को अपनी पार्टी में लिया है।’’
Misusing ED, CBI & IT for their political interests during attempts of toppling governments and at times of elections has become BJP’s modus Operandi. We all know using this method, the BJP has brought a large number of TMC leaders to its party in West Bengal.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) April 2, 2021