मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन का कहना है कि सोशल मीडिया, टीवी और अखबारों में सरकारी कार्यक्रमों की आलोचना अगर सही है तो उसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए यदि आलोचना जायज है, तो उसे संबोधित किया जाना चाहिए। स्टालिन ने बृहस्पतिवार को यहां वरिष्ठ अधिकारियों को सलाह दी कि वे सोशल मीडिया, टीवी और समाचार पत्रों में होने वाली सरकारी योजनाओं की आलोचना को नजरअंदाज न करें और अगर शिकायत सही है तो उसका समाधान किया जाना चाहिए। सलेम, नमक्कल, धर्मपुरी और कृष्णागिरी के जिला कलेक्टरों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए स्टालिन ने कहा कि अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति और अन्य कमजोर वर्ग के लोगों के लिए कल्याणकारी योजनाओं को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
इनका समाधान किया जाना चाहिए
सोशल मीडिया, टेलीविजन और समाचार पत्रों में सरकारी योजनाओं की आलोचना की ओर इशारा करते हुए स्टालिन ने कहा कि इन्हें नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए और यदि शिकायतें वास्तविक पाई जाती हैं, तो इनका समाधान किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “यहीं मत रुकिए। मीडिया को जवाब दीजिए कि इस मुद्दे का समाधान कर दिया गया है।”