पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ दार्जिलिंग हिल्स में चार किलोमीटर लंबे विरोध मार्च का बुधवार को नेतृत्व किया। रैली की शुरूआत दार्जिलिंग में मॉल के निकट भानु भक्त भवन से हुई और चौकबाजार क्षेत्र में इसका समापन हुआ।
इससे पूर्व ममता ने सीएए और प्रस्तावित राष्ट्रव्यापी राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ राज्य के विभिन्न भागों में दस विरोध मार्च और छह रैलियों का नेतृत्व किया था। उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल देश का एकमात्र राज्य है जिसने एनआरपी के मुद्दे पर दिल्ली में केंद्र सरकार की बैठक का बहिष्कार किया था।
साथ ही उत्तरबंग उत्सव का भी बहिष्कार किया था। ममता बनर्जी ने साफ तौर पर कहा है कि बंगाल में एनपीआर और सीएए लागू नहीं होगा। उन्होंने राज्य के लोगों से वादा किया है कि वह उनकी हर दिन रक्षा करेंगी।