ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को कहा कि उन्होंने देश के संघीय ढांचे को ‘मजबूत और स्थायी’ बनाने का संकल्प लिया है।
यह बयान बनर्जी के तीन-दिवसीय ओडिशा दौरे के समापन पर दोनों मुख्यमंत्रियों की बहुप्रतीक्षित बैठक के बाद आया है।
पटनायक के आवास ‘नवीन निवास’ पर बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने देश के संघीय ढांचे को स्थायी और मजबूत बनाने का संकल्प लिया है, लेकिन कोई अन्य राजनीतिक चर्चा नहीं हुई।’’
इस मौके पर उपस्थित बनर्जी ने पटनायक की बात की पुष्टि करते हुए कहा, ‘‘नवीन जी ने जो कहा, मैं उसका पुरजोर समर्थन करती हूं और इसकी सराहना करती हूं।’’
दोनों नेताओं ने, हालांकि 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए क्षेत्रीय दलों के गठबंधन या तीसरे मोर्चे की संभावनाओं को लेकर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया।
यह बैठक क्षेत्रीय दलों के साथ एक विपक्षी मोर्चा बनाने की बनर्जी की योजना का हिस्सा थी, जिसमें कांग्रेस शामिल न हो।
पटनायक ने कहा, ‘‘यह शिष्टाचार भेंट थी। गंभीर राजनीतिक मुद्दों पर कोई गहन चर्चा नहीं हुई। हमारी मित्रता बहुत पुरानी है।’’
इससे पहले बनर्जी, पटनायक के आवास पहुंची जहां ओडिशा के मुख्यमंत्री ने भगवान जगन्नाथ का ‘श्री अंगवस्त्र’ प्रदान कर उनका स्वागत किया। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो को तीन रथों की प्रतिकृति भी भेंट की।
उन्होंने बनर्जी को जरदोजी का काम और कुछ मिठाइयां भी भेंट कीं। बनर्जी ने पटनायक को शॉल भेंट किया।
ममता बनर्जी ने अपनी इस तीन-दिवसीय यात्रा के दौरान ऐतिहासिक जगन्नाथ मंदिर में पूजा अर्चनी की थी। पुरी में बंगाल निवास के निर्माण के लिए बुधवार को जमीन देखने भी गयी थीं।
उन्होंने कहा था कि लाखों बंगाली हर साल पुरी आते हैं और इनमें से कई लोगों को रहने के लिए जगह तलाशने में परेशानी का सामना करना पड़ता है।