दुमका : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने रविवार को मुख्य विपक्षी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पर हमला बोलते हुए कहा कि झामुमो अब बूढ़ा मोर्चा हो गया है, जो न चल सकता है, न बोल सकता है, इसे जबरन चलाया जाता है। दुमका के काठीकुंड में एक चुनावी सभा में मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘आपने आदरणीय शिबू सोरेन जी को बहुत सम्मान दिया। लेकिन उस सम्मान की रक्षा गुरुजी ने नहीं की। 40 साल तक आपने गुरुजी को इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेवारी सौंपी।
अलग राज्य गठन के बाद बाप-बेटा दोनों झारखण्ड के मुख्यमंत्री बने। लेकिन इन्होंने संथाल परगना के लिए क्या किया? यहाँ की भाषा संस्कृति की रक्षा के लिए क्या किया, यहां के आदिवासियों के लिए क्या किया? कुछ नहीं। सिर्फ दुष्प्रचार कर गरीब आदिवासियों के सहारे मतपेटी भरी।’’ दास ने कहा कि कांग्रेस और झामुमो का यही रवैया रहा है। यही वजह है संथाल परगना पिछड़ा क्षेत्र में शामिल हो गया। झामुमो ने यहाँ के लोगों की सोच को शिथिल कर दिया। संथाल से बाबूलाल जी, हेमंत सोरेन जी और गुरुजी मुख्यमंत्री बने। लेकिन जितना उन लोगों ने संथाल परगना का दौरा नहीं किया होगा, उतना मैंने साढ़े 4 साल में संथाल का दौरा कर बदलाव लाने का प्रयास किया है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अब गुरुजी को संथाल परगना के युवाओं को आशीर्वाद देना चाहिए। लेकिन वो फिर से उम्मीदवार बन गए हैं। झामुमो तो हमदर्द था संथाल परगना का, फिर इतने दिनों तक संथाल के गांव तक बिजली नहीं पहुंची। उन्होंने कहा, ‘‘आप उनलोगों से पूछे। मैं तो कहता हूं कहां से पैसा आया। नोट छापने का मशीन है क्या? फिर कैसे सीएनटी एवं एसपीटी अधिनियम का उल्लंघन कर 500 करोड़ की जमीन खरीद ली? आदिवासी का सबसे ज्यादा शोषण दिकू नहीं सोरेन परिवार ने किया। गोला के रहने वाले हेमंत सोरेन ने कैसे देवघर, दुमका, बरहेट एवं अन्य जगहों पर आदिवासियों की जमीन अपने नाम कर ली? आज ये ही आदिवासी के नेता बने हुए हैं।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि संथाल परगना में निवास करने वाले पहाड़िया समाज के युवाओं की समृद्धि के लिए अलग बटालियन का गठन हुआ।
वर्त्तमान में पहाड़िया समुदाय के 60 बच्चे रक्षा शक्ति यूनिवर्सिटी में पुलिस का प्रशिक्षण ले रहें हैं। सैंतालीस हजार पहाड़िया परिवारों को शुद्ध पेयजल पाइपलाइन के जरिये पहुंचाये जाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस समुदाय के लोगों को डाकिया योजना के तहत चावल वितरित किया जा रहा है। आप खुद संथाल में बदलाव देख रहें होंगे। उन्होंने कहा कि सोचिये अगर यह कार्य भाजपा के सांसद और विधायक के बगैर हो सकता है तो जब भाजपा के सांसद होंगे तो कितना बदलाव आएगा। इसलिए मोदी जी को मजबूत करने के लिए आप सुनील सोरेन जी को अपना प्रतिनिधि चुनें।