महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सोमवार को विधानसभा में राज्य में संकटग्रस्त प्याज किसानों को राहत देने के लिए 300 रुपये प्रति क्विंटल की सब्सिडी देने की घोषणा की। शिंदे ने कहा कि इस निर्णय से प्याज उत्पादक किसानों को बड़ी राहत मिलेगी। उन्होंने सोमवार को यहां महाराष्ट्र विधानसभा में यह घोषणा करते हुए कहा कि खरीफ सीजन में लाल प्याज की आवक बड़ी पैमाने पर होती है। देश के अन्य राज्यों में प्याज का उत्पादन बढ़ने से आपूर्ति के मुकाबले मांग कम है। इससे प्याज की कीमत में गिरावट आई है।
प्याज पर एमएसपी क्यों नहीं हो सकता लागू जानिए
उन्होंने कहा कि चूंकि प्याज जल्दी खराब होने वाली फसल है, इसलिए इस पर न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू नहीं किया जा सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में प्याज एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है और प्याज उत्पादक किसानों के लिए इसकी कीमत एक बहुत ही संवेदनशील मामला है। उन्होंने कहा कि देश में प्याज का उत्पादन, इसकी घरेलू मांग और देश से निर्यात आदि सभी बाजार में प्याज की कीमत को प्रभावित करते हैं।
समिति का किया गया गठन
शिंदे ने यह भी कहा कि उत्पादक किसानों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा एक समिति नियुक्त की गई थी। समिति ने 200 रुपये और 300 रुपये प्रति कि्वंटल की सिफारिश की थी। उन्होंने कहा कि यह सरकार प्याज उत्पादक किसानों के साथ खड़ रहेगी और इसीलिए उन्हें 300 रुपये प्रति कि्वंटल रियायती सब्सिडी देने का फैसला किया है।