मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में आयोजित दांडी यात्रा का आत्मनिर्भर भारत के निर्माण का संदेश देती है। हम सभी को इसके लिए संकल्पबद्ध होना है। शिवराज सिंह चौहान गुरुवार को दांडी यात्रा के दौरान गुजरात के सूरत जिले के छापरभाटा गांव में आयोजित आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। इस अवसर पर गुजरात के वन एवं आदिम जाति कल्याण मंत्री रमण लाल पाटकर, सांसद दर्शना बेन आदि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि यह मेरा बहुत बड़ा सौभाग्य है कि मुझे आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के दांडी नमक सत्याग्रह की स्मृति में आयोजित, इस दांडी यात्रा में शामिल होने का अवसर मिल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को आजादी दिलाई, सरदार वल्लभभाई पटेल ने देश का एकीकरण किया और अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आत्मनिर्भर भारत का नव-निमार्ण कर रहे हैं। आज हम सब इस दांडी यात्रा के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत के निमार्ण का संकल्प लेते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि 12 मार्च 1930 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने साबरमती आश्रम से दांडी यात्रा नमक सत्याग्रह प्रारंभ किया था और 5 अप्रैल को दांडी नवसारी पहुंच कर एक मुट्ठी नमक उठाकर अंग्रेज शासन द्वारा नमक पर लगाए गए प्रतिबंध को तोड़ दिया था। नमक प्रतीक है वफादारी का, देशभक्ति का और आज के संदर्भ में यह प्रतीक है आत्म-निर्भरता का। मुख्यमंत्री ने कहा कि उस समय महात्मा गांधी ने दांडी यात्रा के माध्यम से देश को आजाद करने का संकल्प लिया था, आज हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आयोजित दांडी यात्रा के माध्यम से हम संकल्प ले रहे हैं, आत्मनिर्भर भारत के निमार्ण का।