मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि यह प्रदेश शांति का टापू है और शांति भंग करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। चौहान ने फ्रांस की सरकार के खिलाफ यहां प्रदर्शन की खबरों के सिलसिले में ट्वीट करते हुए कहा कि इस मामले में भारतीय दंड विधान की धारा 188 के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वो कोई हो।
चौहान ने प्रदर्शन के सिलसिले में मीडिया में आयी खबर से संबंधित वीडियो भी ट्वीट किया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर निशाना साधते हुए शिवराज ने कहा कि "कमलनाथ जी कहते हैं कि वो बिलकुल बेदाग हैं! दाग बड़े गहरे हैं बेनकाब चेहरे हैं, अगर दुनियाभर के वॉशिंग पाउडर भी यदि इस्तेमाल कर लिए जाएं, तो भी वो दाग धुल नहीं सकते! इसलिए कमलनाथ जी, आप खुद को बेदाग कहना बंद करें!मध्यप्रदेश शांति का टापू है। इसकी शांति को भंग करने वालों से हम पूरी सख्ती से निपटेंगे। इस मामले में 188 IPC के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जायेगा, वो चाहे कोई भी हो। https://t.co/fPYs6zDfl7
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 30, 2020
बता दें कि राष्ट्रपति मैक्रों की ओर से पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी के खिलाफ भोपाल में गुरुवार को सैंकड़ों लोग सड़क पर उतर आए और जमकर प्रदर्शन किया। फ्रांस में जारी कार्टून विवाद के आलोक में मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के इकबाल मैदान में बृहस्पतिवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ प्रदर्शन किया ।
विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुये कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने मांग की कि केंद्र सरकार फ्रांस में भारतीय राजदूत को वहां के शासन के 'मुस्लिम विरोधी' रुख के खिलाफ विरोध दर्ज कराने के लिए कहे। मसूद ने मैक्रों पर पैगंबर मोहम्मद के आक्रामक कार्टूनों का समर्थन करने और जानबूझकर मुस्लिमों की भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया है ।
उल्लेखनीय है कि यह पूरा विवाद पेरिस के उपनगरीय इलाके में एक शिक्षक की हत्या के बाद शुरू हुआ जिसने पैगंबर मोहम्मद के कार्टून अपने विद्यार्थियों को दिखाए। बाद में उसकी सिर काटकर हत्या कर दी गई। शिक्षक की हत्या के बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों की ओर से की गई विवादित टिप्पणी को लेकर मुस्लिम देशों के बीच फ्रांस के खिलाफ माहौल बनता जा रहा है।