मध्य प्रदेश में आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत निजी अस्पतालों को विशेष पैकेज देकर कोविड के मुफ्त इलाज के लिए सम्बद्ध किया गया है। इन सभी सम्बद्ध अस्पतालों में मरीजों का इलाज निशुल्क और बेहतर तरीके से हो रहा है या नहीं, उसकी जांच होगी। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिए हैं कि आयुष्मान योजना से संबद्ध निजी अस्पतालों की जांच की जाए तथा सुनिश्चित किया जाए कि वहाँ कोविड मरीजों को निशुल्क अच्छे से अच्छा इलाज मिले। साथ ही यह भी देखा जाए कि उन्हें अनावश्यक रूप से अस्पताल में भर्ती न रखा जाए।
मुख्यमंत्री चौहान ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए कहा कि प्रदेश में ” किल कोरोना अभियान” का प्रभावी क्रियान्वयन जारी रहे। कोई भी सर्दी, जुकाम खाँसी का मरीज छूटे नहीं, सभी का स्वास्थ्य परीक्षण करें एवं निरूशुल्क मेडिकल किट दी जाए। अधिक से अधिक टेस्ट किए जाएँ। हर मरीज की कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की जाए। जहाँ संक्रमण है, कंटेनमेंट एवं माइक्रोकंटेनमेंट क्षेत्र बनाए जायें। संक्रमण को सख्ती से रोका जाए। कोविड अनुरूप व्यवहार को हमारी दिनचर्या का अनिवार्य अंग बनाया जाए।”
राज्य में बीते रोज कोरोना के 901 नए प्रकरण आए हैं। 4113 मरीज स्वस्थ हुए हैं तथा एक्टिव प्रकरणों की संख्या घटकर 17 हजार 136 हो गई है। सात दिन की पॉजिटिविटी दो प्रतिशत है । बीते रोज पॉजिटिविटी 1.24 प्रतिशत रहा। प्रदेश के चार जिलों में 20 से अधिक नए प्रकरण आए हैं। इंदौर में 338, भोपाल में 191, जबलपुर में 83 तथा ग्वालियर में 29 नए प्रकरण आए हैं। प्रदेश के 24 जिलों में एक प्रतिषत से कम साप्ताहिक पॉजिटिविटी तथा 27 जिलों में पांच प्रतिषत से तक साप्ताहिक पॉजिटिविटी है।