मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस (कोविड-19) के मामलों में तेजी से बढ़ोत्तरी हो रही है। राज्य में कोरोना के संक्रमित मरीजों की संख्या 181 पहुंच गई है, वहीं मरने वालों की संख्या 13 पहुंच गई है। अकेले इंदौर में कोरोना के 128 मरीज है। कोरोना के प्रकोप को देखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोगों से जांच के लिए आगे आने की अपील की है।
मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा, लोगों को अपनी जानकारी का खुलासा करने के लिए खुद से आगे आना चाहिए लेकिन वे हिचकिचाए। सहयोग की कमी से कोरोना फैलता जा रहा है। उन्होंने कहा, मैं दोहरा रहा हूं कि कोई भी समारोह, बड़ा या छोटा, आयोजित नहीं होना चाहिए। यदि कोई इस तरह के कार्यों का आयोजन करता है या चिकित्सा प्रक्रिया में बाधा डालता है तो उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और उन्हें जेल भेजा जाएगा।
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इंदौर में स्वास्थ्यकर्मियों पर हुए हमले को लेकर उन्होंने कहा, जान बचाना महत्वपूर्ण है इसलिए स्वास्थ्य कर्मचारी उन क्षेत्रों में वापस चले गए। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे अपनी जान से खिलवाड़ न करें। यदि कोई संक्रमित हो जाता है, तो वह कई अन्य लोगों को प्रभावित करेगा। हम ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की। हमने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लागू किया।
मुख्यमंत्री ने कहा, हम किसी को भी मानव जीवन के साथ खिलवाड़ नहीं करने देंगे। हमने 57 विदेशी जामातियों की पहचान की। वे टूरिस्ट वीजा पर आए और किसी को बिना बताए इधर-उधर चले गए। इसलिए उनके पासपोर्ट जब्त कर लिए गए हैं और उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जा रहा है। हम उन सभी के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो कोरोना को रोकने में बाधा बनते हैं। हम किसी को भी नहीं बख्शेंगे। हम ड्रोन का उपयोग करते हुए भी निगरानी करेंगे।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, राज्य में कोरोना के 181 मरीज हो गए हैं। इंदौर में 128, भोपाल में 17, जबलपुर में आठ, उज्जैन में सात, मुरैना में 12, खरगोन में तीन, ग्वालियर, शिवपुरी व छिंदवाड़ा में दो-दो मरीजों के नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं।