राज्य मंत्रालय की एनेक्सी बिल्डिंग-2 में उस समय बड़े अफसरों और इंजीनियरों के हाथ-पैर फूल गए। जब एनेक्सी बिल्डिंग-2 की वीवीआईपी हाईटेक लिफ्ट खराब हो गई और संयोग भी ऐसा की उसी लिफ्ट में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 3 से 4 मिनट तक लिफ्ट में फंसे रहे। दरअसल, सीएम शिवराज जैसे ही मंत्रालय से बाहर जाने के लिए लिफ्ट के अंदर गए, वह बंद हो गई।
इसके बाद दोषी पाए गए राजधानी परियोजना प्रशासन (सीपीए) के प्रभारी एसडीओ विद्युत शैलेंद्र परमार और सब इंजीनियर मनोज यादव को देर शाम सस्पेंड कर दिया गया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने पिछले कार्यकाल में भोपाल के मंत्रालय भवन में अति-आधुनिक एनेक्सी बनाने का फैसला किया था। 615 करोड़ रुपए में बनी 5 मंजिला एनेक्सी बिल्डिंग में जिस तरह का मुख्यमंत्री सचिवालय तैयार किया गया है, वह शायद पूरे देश में नहीं होगा। नई बिल्डिंग में मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के लिए अलग से लिफ्ट लगाई गई है। वहीं जिस कमरे में सीएम बैठेंगे उस कमरे में बुलेटप्रूफ कांच लगाए गए हैं। बता दें कि राज्य मंत्रालय की एनेक्सी 1 व 2 में हाईटेक 16 लिफ्ट लगाई गई हैं।
जिस लिफ्ट में तकनीकी खराबी आई है, उसका उपयोग केवल मुख्यमंत्री ही करते हैं और वह अत्याधुनिक तकनीक से निर्मित है। वैकल्पिक तौर पर एक और लिफ्ट है। जिसका इस्तेमाल पिछले 2 दिन से मुख्यमंत्री कर रहे हैं। इस खराब हुई लिफ्ट में कल देर शाम तक काम चल रहा था लेकिन अभी तक सुधर नहीं पाई है। अब इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने इसे सीपीए के इंजीनियरों की गंभीर लापरवाही माना है। जीएडी ने एक नोटशीट बुधवार को नगरीय विकास एवं आवास विभाग को भेजी थी। जिसके आधार पर मंत्रालय की विद्युत व्यवस्था व मेंटनेंस के लिए नियुक्त 2 इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया गया है।