कोरोना संकट के बीच मध्यप्रदेश में बाढ़ की स्थिति ने लोगों की चिंताएं बढ़ दी हैं। जोरदार हुई बारिश ने बाढ़ के हालात पैदा कर दिए हैं। पिछले महीने राज्य के बाढ़ के हालात को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी चर्चा की थी।
राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरदा जिले के बाढ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और कहा कि बाढ़ प्रभावितों की हर संभव मदद की जाएगी। चौहान ने कल जिले के बाढ़ प्रभावित तहसील हंडिया का दौरा किया। इस मौके पर उन्होंने बाढ़ प्रभावितों से मिलकर उनका हालचाल जाना। उन्होंने हंडिया में बाढ़ प्रभावितों को संबोधित करते हुए कहा कि इस भीषण बाढ़ आपदा के संकट में प्रदेश सरकार आपके साथ है। चिन्ता न करें, हर संभव सहायता मुहैया कराई जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में फसल, मकान, सामान हर क्षति का पूरा आंकलन कर शीघ्र राहत पहुँचाई जाएगी। आरबीसी 6-4 व फसल बीमा दोनों का लाभ प्रभावितों को मिलेगा। प्रभावितों की जिंदगी पुन: पटरी पर लाई जायेगी। सभी व्यवस्थाएं चाक चौबंद होगी। कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर सहित पूरी प्रशासनिक टीम जनता की सहायता के लिये तत्पर रहेगी, ताकि बेहतर व्यवस्थाएं बनाई जा सके।
चौहान ने कहा कि प्रदेश सरकार ने सत्ता में आते ही कोरोना संकट की चुनौतियों से निपटने के लिये पूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की एवं संसाधन उपलब्ध कराएं। बाढ़ आपदा के इस संकट से भी जनता को शीघ्र पार निकालेंगे। उन्होंने कहा कि 28.29 को हुई भारी बारिश से विकट स्थिति निर्मित हो गई। बरगी, तवा, बारना बांधों के ओवरफ्लो होने से तथा लगातार पानी छोड़े जाने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हुई। उन्होंने कहा कि जब जनता संकट में हो तो वह घर पर नहीं बैठ सकते। हमारा पहला धर्म जनता की सेवा है।
उन्होंने कहा कि ऐसे संकट में हमने कंट्रोल रूम बनाकर मुख्य सचिव, डीजीपी के साथ चौबीस घंटे बिना सोये लगातार बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों पर सतत निगरानी बनाये रखी। कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर, एसपी को भी निर्देशित किया कि वे भी बिना सोये राहत एवं बचाव कार्य का मोर्चा संभाले। उन्होंने कहा कि हमने प्रधानमंत्री, रक्षामंत्री, सेना प्रमुखों से बातचीत की और तुरन्त वायुसेना और थल सेना का सहयोग प्राप्त हुआ।
उन्होंने कहा कि सेना के जवानों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड सहित पूरी प्रशासनिक टीम स्वयं सेवी कार्यकर्ता ने दिन रात मेहनत करके एक-एक जान की रक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि एयरफोर्स की टीम द्वारा बाढ़ में फंसे तीन सौ लोगों को एयरलिफ्ट के माध्यम से रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया। मुख्यमंत्री ने हंडिया तहसील में बाढ़ में फंसे हुए लोगों को बचाने में युवकों, स्वयं सेवी कार्यकर्ताओं, जनप्रतिनिधियों द्वारा किये गये प्रयासों की भी सराहना की। संतोष इस बात का है कि हम जन हानि को रोकने में सफल हुए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाइयों को फसलों के नुकसान से सुरक्षा के लिये इतिहास में पहली बार रविवार को भी बैंक खोले जाकर किसान भाइयों की फसलों का बीमा कराया गया। उन्होंने कहा कि जिन गरीब भाइयों, बहनों को राशन नहीं मिलता था, उन्हें भी राशन मिलना शुरू हो जाएगा। बाढ़ ग्रसित क्षेत्रों में जिनके घर डूब गये थे, उन्हें भी पचास किलों राशन उपलब्ध कराया जायेगा। बीस लाख किसानों के खाते में फसल बीमा क्लेम की राशि 4600 करोड़ रूपये डाले जाएंगे।