महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने सोमवार को कहा कि भारी बारिश के कारण बाढ़ का खतरा अब भी बना हुआ है और उन्होंने आश्वस्त किया कि उनकी सरकार प्रभावित लोगों की हर संभव तरीके से सहायता करेगी। बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा करने के बाद सोलापुर जिले में ठाकरे ने कहा कि पिछले हफ्ते मॉनसून लौटने के दौरान शुरू हुई भारी बारिश के समय से ही वह स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।
पिछले हफ्ते भारी बारिश और बाढ़ के कारण पुणे, औरंगाबाद और कोंकण क्षेत्र में कम से कम 48 लोगों की मौत हो गई, जबकि लाखों हेक्टेयर जमीन पर लगी फसलें बर्बाद हो गई। ठाकरे ने कहा, मौसम ब्यूरो ने चेतावनी दी है कि आगामी दिनों में और बारिश होगी। मैं यहां स्थिति का आकलन करने और पंचनामा करने आया हूं। संकट समाप्त होने के बाद हम हर संभव तरीके से सहयोग करेंगे। मैं अभी कोई घोषणा नहीं करूंगा।
इससे पहले उन्होंने 10 महिलाओं को चार-चार लाख रुपये का चेक दिया जिनके परिवार के सदस्यों की बाढ़ के कारण मौत हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री राहत कोष से यह सहयोग राशि दी। विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस के इस बयान पर कि राज्य सरकार को सहयोग के लिए केंद्र की तरफ देखना बंद कर देना चाहिए, ठाकरे ने कहा, ‘‘इसमें गलत क्या है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र कोई विदेश की सरकार नहीं है। उसका काम देश एवं राज्यों की देखभाल करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को मुझे फोन किया और केंद्र की तरफ से हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बाढ़ राहत को लेकर राजनीति करने की जरूरत नहीं है और राज्य के कल्याण के लिए हर किसी को एकजुट होना चाहिए।’’