महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कहा कि कोविड-19 के खिलाफ जंग जीतने के लिए लोगों की ”खुले दिल से भागीदारी” की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को यह तय करना होगा कि उन्हें कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए नियमों का पालन करना है या फिर लॉकडाउन में ही रहना है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए कहा कि कोविड-19 एक ”विदेशी मेहमान है जो हमारे भरसक प्रयासों के बावजूद हमारा पीछा नहीं छोड़ रहा।” उन्होंने कहा कि यह शहरों से ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 70 से 80 प्रतिशत कोविड-19 रोगियों में लक्षण नहीं दिखाई दिए हैं।
उन्होंने कहा कि जब तक इसका टीका नहीं बन जाता तब तक मास्क आत्म रक्षा करने वाला या ”ब्लैक बैल्ट” की तरह है। ठाकरे ने कहा, ”मैं कोविड-19 नियमों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कानूनी कार्रवाई या जुर्माना नहीं लगाना चाहता। महामारी से जंग तभी जीती जा सकती है, जब लोग खुले दिल से इसमें हिस्सा लें।”
उन्होंने कहा, ”आपको तय करना है कि आप मास्क पहनना और सामाजिक दूरी के नियमों का पालन करना चाहते हैं या फिर लॉकडाउन में रहना चाहते हैं। एक बार जो शुरू हो गया वह दोबारा बंद नहीं होगा।” सभी आम लोगों के लिए लोकल ट्रेनों का संचालन शुरू करने की मांग पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उपनगरीय ट्रेनों में भीड़-भाड़ होने देने के पक्ष में नहीं हैं।
महाराष्ट्र में शनिवार तक कोविड-19 के 15,17,434 मामले सामने आ चुके थे। महामारी के चलते अब तक राज्य में 40,040 लोगों की जान जा चुकी है।