महाराष्ट्र में शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन के बीच दरार की खाई और गहरी होती जा रही है। दरअसल, कांग्रेस चीफ नाना पटोले और अन्य लोकल नेताओं के अकेले चुनाव लड़ने वाले बयान पर गठबंधन में मचे घमासान के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी प्रतिक्रिया दी है। सीएम उद्धव ने इशारों-इशारों में स्थानीय कांग्रेस नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जो लोगों की समस्याओं का समाधान किए बिना अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा, उन्हें लोग जूते से पीटेंगे। कांग्रेस या किसी कांग्रेस नेता का नाम लिए बगैर सीएम ठाकरे ने कहा कि अगर हम लोगों की समस्याओं के समाधान की पेशकश नहीं करते हैं और केवल राजनीति में अकेले लड़ने की बात करते हैं, तो लोग हमें जूते से पीटेंगे।
उन्होंने आगे कहा की वे हमारी अकेले चुनाव लड़ने की पार्टी केंद्रित महत्वाकांक्षी बात नहीं सुनेंगे। हाल ही में मुंबई कांग्रेस प्रमुख जगताप ने कहा था कि वह शिवसेना से हाथ मिलाए बिना अगले साल के मुंबई निकाय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। उद्धव ठाकरे ने पार्टी के 55वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी आकांक्षाएं अभी अलग रखनी चाहिए और अर्थव्यवस्था और हेल्थ पर फोकस करना चाहिए। कोरोना वायरस महामारी के बीच अपनी पार्टी के 55 वें स्थापना दिवस के मौके पर सीएम ठाकरे ने कहा कि देश के समक्ष अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य के 2 प्रमुख मुद्दे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी राजनीतिक दल यह तय करें कि वे सत्ता के लिए राजनीतिक सफलता चाहते हैं या आर्थिक मोर्चे पर समाधान खोजने के लिए। सामाजिक अशांति इसका वर्णन करने के लिए एक कठोर शब्द होगा, लेकिन देश निश्चित रूप से सामाजिक अशांति की ओर बढ़ रहा है। सीएम ठाकरे ने कहा कि अगर कोई पार्टी यह कहना चाहती है कि वह दूसरों से हाथ मिलाए बिना चुनाव लड़ना चाहती है, तो उसे लोगों को आत्मविश्वास और साहस देना चाहिए। अन्यथा लोग पूछेंगे कि पार्टी के पास उन्हें आजीविका, नौकरी देने की क्या योजना है।