केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शनिवार को कांग्रेस और भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि जिन्होंने पिछले पांच साल में राज्य के अस्तित्व और प्रगति को बाधित करने का प्रयास किया वे अब विकास पर प्रवचन दे रहे हैं जो लोगों का मजाक उड़ाने जैसा है। यहां एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री समेत भाजपा के नेता और कांग्रेस के भी राष्ट्रीय स्तर के नेता केरल की छवि खराब करने में जुटे हैं।
विजयन के बयान से एक दिन पहले प्रधानमंत्री मोदी ने तिरुवनंतपुरम में एक चुनावी सभा में कहा था कि केरल में शासन व्यवस्था पूरी तरह हड़ताल पर है। मुख्यमंत्री ने कहा, “आरएसएस द्वारा सांप्रदायिक विभाजन पैदा करने की कोई भी कोशिश केरल में सफल नहीं हुई है जो पंथनिरपेक्षता का गढ़ है।” उन्होंने कहा कि पिछले पांच साल में जिन्होंने भी राज्य के अस्तित्व और प्रगति को बाधित करने का प्रयास किया है वे अब विकास पर प्रवचन दे रहे हैं।
विजयन ने कहा, “यह केरल के लोगों का मजाक उड़ाने जैसा है।” मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि राज्य के लोग संघ परिवार के सांप्रदायिक एजेंडे के आगे झुक नहीं रहे, वे केरल को सबक सिखाना चाहते हैं और सजा देना चाहते हैं। विजयन ने कहा कि कांग्रेस और भाजपा के भाई-भाई के संबंध से सभी लोग परिचित हैं और एलडीएफ सरकार द्वारा किए जा रहे विकास कार्यों को भी जानते हैं। उन्होंने कहा, “मोदी ने पिछले विधानसभा चुनाव में केरल की तुलना सोमालिया से की थी। संघ परिवार की रुचि केवल केरल की छवि धूमिल करने में है।”