नैनीताल : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत आगामी 16 अगस्त को चीन सीमा से सटी व्यास घाटी का दौरा करेंगे और वह व्यास महोत्सव के स्वर्ण जंयती कार्यक्रम में प्रतिभाग करेंगे तथा उच्च हिमालयी क्षेत्र में बसे गांवों की योजनाओं का भी जायजा लेंगे। ऐसा माना जा रहा है कि किसी भी मुख्यमंत्री का सीमांत व्यास घाटी का यह पहला दौरा होगा। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार सीण्म 16 अगस्त (शक्रवार) को उच्च हिमालयी क्षेत्र में बसे व्यास घाटी का दौरे पर जायेंगे और व्यास ऋषि के नाम से होने वाले व्यास महोत्सव के स्वर्ण जयंती कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
अपनी सीमांत क्षेत्रों की यात्रा में सबसे पहले वे ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रियों से बातचीत करेंगे। इसके बाद व्यास घाटी के ग्रामीणों एवं उनके जनप्रतिनिधियों से भी मिलेंगे। अपनी इस यात्रा में वह गुंजी मंडी में लघु जल विद्युत परियोजना का भी उद्घाटन करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री दोपहर में पिथौरागढ़ जिला पहुंचेंगे और जिले में विभिन्न कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। वे रात्रि विश्राम पिथौरागढ़ में ही करेंगे और शनिवार को राजधानी देहरादून को लौटेंगे।
किसी भी मुख्यमंत्री का सीमांत व्यास घाटी का यह पहला दौरा माना जा रहा है। इससे पहले मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने कुछ दिन पहले अति ऊंचाई पर बसी व्यास एवं दारमा घाटी का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की समस्याओं का जायजा लिया और पदाधिकारियों से विकास योजनाओं को लेकर बातचीत की।