गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने राज्य सड़क परिवहन निगम (एसटी) के कर्मचारियों और प्राथमिक शिक्षकों की मांगों पर विचार के लिए शुक्रवार को तीन मंत्रियों की कमेटी गठित कर दी। श्री रूपाणी ने बताया कि एसटी के कर्मचारियों और प्राथमिक शिक्षकों के जारी आंदोलन और हड़ताल के संबंध में उनकी मांगों पर चर्चा के लिए तीन मंत्रियों की कमेटी गठित की गयी है। उप मुख्यमंत्री नितिनभाई पटेल, कृषि मंत्री आर.सी। फलदु और शिक्षा मंत्री भूपेन्द्रसिंह चूड़स्मा की तीन सदस्यीय कमेटी आंदोलनकारी कर्मचारियों के साथ बातचीत करेगी। आंदोलन के चलते जनता को हो रही परेशानी के निवारण के लिए यह कमेटी संबंधित पक्षों के साथ चर्चा के जरिए समस्या का योज्ञ निराकरण करेगी।
भूतकाल और मौजूदा परिस्थिति में भी बातचीत के जरिए समस्या को हल करने की सरकार की भूमिका को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कर्मचारी मंडलों और आंदोलनकारी कर्मचारियों से अनुरोध किया कि वे इस कमेटी के साथ सकारात्मकता से बातचीत करने को आगे आएं। उन्होंने आंदोलनकारी कर्मचारियों से अपील की कि आंदोलन के चलते जनता को हो रही तकलीफ को दूर करने और समाज के व्यापक हित को ध्यान में रखते हुए वे अपना आंदोलन वापस ले लें। उल्लेखनीय है कि एसटी के चालक, संवाहक सहित श्रेणी तीन और चार के 34 हजार कर्मचारी सातवें वेतन आयोग को लागू करने सहित अन्य मांगों को लेकर कल से हड़ताल पर हैं।
आज हडताल का दूसरा दिन है। राज्य के प्राथमिक शिक्षक भी अपनी मांगो को लेकर आज हड़ताल पर रहे। एसटी के मुख्य श्रम अधिकारी हार्दिक सगर ने बताया कि आज भी राज्य भर में आठ हजार बसें बंद रहीं। इस हडताल से सरकार को एक दिन में दो से तीन करोड़ रुपये का नुकसान है। हड़ताल के कारण आज दूसरे दिन भी करीब 30 लाख नौकरी पेशा तथा नियमित सफर करने वाले छात्रों सहित अन्य लोगों को रोडवेज की बसें नहीं मिलने से दिक्कतों का सामना करना पडा। यूनियन भारतीय मजदूर संघ, भारतीय परिवहन मजदूर महासंघ और एसटी कर्मचारी महामंडल के नेताओं की कमेटी के साथ हड़ताल वापस लेने के लिए सकारात्मक बातचीत चल रही है।