हैदराबाद: राजनीति का ऊंट कब किस करवट बैठ जाए कहना मुश्किल है। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्ष ने हमेशा से ‘धर्म की राजनीति’ को लेकर निशाना साधा है। हालांकि, सभी विपक्षी दल खुद भी मौके की नजाकत के मद्देनजर मंदिर-मस्जिद में सिर झुकाने से नहीं चूकते हैं। ऐसे में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट नेता (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी की दो तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। येचुरी इसमें एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान सिर पर कलश उठाए नजर आ रहे हैं।
सीताराम येचुरी की दो तस्वीरें सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई हैं। इनमें से एक तस्वीर में येचुरी सिर पर कलश उठाए हुए हैं, तो दूसरी में सिर पर फूल रखे दिख रहे हैं। माकपा में इस वक्त सीताराम येचुरी सबसे बड़ी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। ऐसे में उनका धार्मिक उत्सव में इस तरह से हिस्सा लेने पर लोग सवाल उठा रहे हैं। सिर पर कलश उठाए हुए तस्वीर भले ही लोग सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से शेयर कर रहे हैं, लेकिन कई लोगों को यह नहीं पता है कि आखिर ये कहां की है। आपको बता दें कि यह तस्वीर हैदराबाद की है। दरअसल, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में ‘बोनालू’ उत्सव मनाया जाता है, येचुरी इसी में हिस्सा लेने पहुंचे थे।
अल्लादा मसम (जुलाई-अगस्त) के दौरान हैदराबाद और उसके जुड़वां शहर सिकंदराबाद के कुछ हिस्सों में बोनालू मनाया जाता है। आसादा यात्रा उत्सव के रूप में भी जाना जाता है, यह दोनों शहरों में विभिन्न स्थानों पर तीन अलग-अलग रविवार को मनाया जाता है। मालूम हो कि वामदलों का गढ़ माने जाने वाले पश्चिम बंगाल के कई नेता भी दूर्गा पूजा और काली पूजा करते हुए देखे जाते रहे हैं। हाल ही में मीडिया में खबर आई थी कि केरल में वामदल की सरकार ‘रामायण परायण’ कराने वाली है। हालांकि वाम नेता वृंदा करात ने इसका खंडन किया था और आरोप लगाया था कि बीजेपी और आरएसएस के लोग बदनाम करने के लिए इस तरह की अफवाह उड़ाते रहते हैं।