देहरादून : उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राज्य के विकास के लिए गठित सीएम डेशबोर्ड अभियान के अंतर्गत, ग्राम्य विकास, औद्योगिक विकास एवं आबकारी विभाग मुख्य निष्पादन संकेतक के आधार पर समीक्षा की।सीएम ने सचिवालय में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देश दिये कि सीएम डेशबोर्ड ‘उत्कर्ष’ को अपने डेस्कटॉप पर रखें और कार्यों के लिए जो प्रतिमाह का लक्ष्य दिया गया है उसे हर हाल में पूर्ण करें।
कार्यों की लगातार निगरानी से कार्य प्रगति में तेजी आयेगी। उन्होंने ग्राम्य विकास विभाग के अन्तर्गत राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, मनरेगा, श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, आईएलएसपी आदि की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार सृजन पर अधिक बल दिया जाय। पर्वतीय क्षेत्रों में रोजगार के अवसर बढ़ने के लिए स्वयं सहायता समूहों में वृद्धि कर उनमें कार्य करने के आधुनिक तौर तरीकों को विकसित किया जाए और मनरेगा के तहत श्रमिकों का भुगतान समय पर हो। उन्होंने विकास केन्द्र की प्रगति की जानकारी भी ली।
उन्होंने कहा कि प्रदेश को जल संरक्षण की दिशा में प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। इसके लिए व्यापक स्तर पर वृक्षारोपण जरूरी है। उन्होंने कहा कि अगले साल से हरेला पर्व पर प्रदेशभर में वृहद स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा। इसी के साथ मुख्यमंत्री ने अन्य विभागों की भी समीक्षा की। बैठक में प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, आनन्द वर्द्धन, सचिव राधिका झा, सुशील कुमार, प्रभारी सचिव एस.ए। मुरूगेशन, अपर सचिव रामविलास यादव, एच.सी सेमवाल व संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।