त्रिपुरा में कांग्रेस ने शनिवार को राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व वाली सरकार पर भ्रष्ट और जनविरोधी होने और राज्य सरकार पर कुछ बेईमान व्यापारियों की धोखाधड़ को संस्थागत बनाने के बजाय भ्रामक अभियानों के साथ आम लोगों को धोखा देने का आरोप लगाया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष आशीष कुमार साहा ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री की चेतावनी के बावजूद प्रदेश भर में भाजपा कैडर और नेता दुर्गा पूजा सदस्यता के नाम पर जबरन वसूली कर रहे हैं, जो राज्य में कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सिपाहीजला जिले के युवा मोर्चा सचिव सैकत साहा के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने पांच लाख रुपये की दुर्गा पूजा सदस्यता का भुगतान करने से इनकार करने पर एक मुस्लिम पशु व्यापारी दुलाल मियां और उनके बेटे मामन की बेरहमी से पिटाई की। दोनों अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। वहीं पुलिस ने अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।
पार्टी के नाम पर वास्तविक लाभार्थियों को वंचित
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने राशन की दुकान से विभिन्न किराना सामान जैसे मसूर दाल, चीनी, आटा, सरसों का तेल और अन्य सामान 113 रुपये की कीमत पर उपलब्ध कराने की घोषणा की है और मुख्यमंत्री ने इस सप्ताह की शुरुआत में इसे लॉन्च किया है, लेकिन अब यह पता चला है कि राशन की दुकान से इन सभी वस्तुओं को खरीदने के लिए प्रत्येक कार्डधारक को 70 रुपये की कीमत पर एक'कैनवास बैग'खरीदना होगा। उन्होंने आरोप लगाया कि खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा प्रदान किया गया कैनवास बैग गरीब लोगों की मेहनत की कमाई की कीमत पर लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा को बढ़वा देने के अलावा और कुछ नहीं है।
श्री साहा ने कहा कि त्रिपुरा में भाजपा सरकार रोजगार पर लोगों से किए गए अपने वादों को पूरा करने में बुरी तरह विफल रही है। बिजली, संपत्ति कर और अन्य शुल्कों में बढ़तरी के साथ-साथ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। सरकार विकास की दिशा में कुछ नहीं कर रही है बल्कि आम आदमी की जेब में छेद कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि वे मनरेगा के काम का राजनीतिक उपकरण के रूप में दुरुपयोग कर रहे हैं और पार्टी के नाम पर वास्तविक लाभार्थियों को वंचित कर रहे हैं।