तिरुवनतंपुरम/ कोच्चि : केरल में विपक्षी कांग्रेस ने कैग रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन पर शनिवार को प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि इस तरह का गंभीर भ्रष्टाचार उनकी जानकारी के बिना नहीं हो सकता।
नेता प्रतिपक्ष रमेश चेन्निथला ने आरोप लगाया, ‘‘ भ्रष्टाचार की व्यापकता को देख कर विश्वास करना मुश्किल है कि यह पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) तक सीमित है। इस तरह के गंभीर भ्रष्टाचार बिना मुख्यमंत्री की जानकारी के नहीं हो सकते, जो गृह विभाग का भी कार्यभार देख रहे हैं।’’
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘‘ मुख्यमंत्री डीजीपी लोकनाथ बेहरा पर कार्रवाई करने से क्यों झिझक रहे हैं? यह संज्ञेय अपराध है और कारतूस और राइफलें गायब होने एवं भ्रष्टाचार के आरोप में तीन प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए।’’
उल्लेखनीय है कि 12 फरवरी को राज्य विधानसभा में पेश कैग रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि तिरुवनंतपुरम में विशेष सशस्त्र पुलिस बटालियन के शस्त्रागार से 25 इंसास राइफलें और 12 हजार कारतूस गायब हो गए हैं तथा इस मामले को दबाने की कोशिश की गई है।
कैग ने अपनी रिपोर्ट में लग्जरी वाहन खरीदने के लिए नियमों का उल्लंघन किए जाने और उपनिरीक्षकों के आवास बनाने के लिए आवंटित धन का इस्तेमाल वरिष्ठ अधिकारियों के लिए विला बनाने पर किए जाने को लेकर भी डीजीपी की खिंचाई की है।
राज्य के पूर्व गृहमंत्री चेन्निथला ने कहा, ‘‘ कैग की रिपोर्ट में हुए खुलासे से स्पष्ट है कि राज्य पुलिस का नेतृत्व ‘‘डकैतो का गिरोह’’ कर रहा है। उन्होंने कैग रिपोर्ट में सामने आए भ्रष्टाचार के विभिन्न मामलों की विस्तृत जांच कराने की मांग की।’’
मुख्य सचिव टॉम जोस पर हमला करते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि ऐसी सूचना है, जो यह आशंका पैदा करती है कि भ्रष्टाचार में कहीं अधिकारियों ने भी तो भूमिका नहीं निभाई।
उन्होंने कहा कि जोस, जिनकी आलोचना पुलिस विभाग के लिए लग्जरी वाहन करने के लिए हुई है, यह दावा नहीं कर सकते कि कुछ भी गलत नहीं हुआ।
एक ओर जहां चेन्निथला ने कैग के खुलासे की सीबीआई जांच की मांग की, वहीं केरल प्रदेश कांग्रेस समिति (केपीसीसी) अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने न्यायिक जांच की मांग की।
जब दोनों नेताओं द्वारा अलग-अलग तरह की जांच की मांग का जिक्र किया गया तब चेन्निथला ने कहा, ‘‘ मुझे न्यायिक जांच से कोई समस्या नहीं है। ’’
जब यह कहा गया कि राइफल और कारतूस गायब होने के वक्त वह गृहमंत्री थे, चेन्निथला ने कहा कि उस समय भी बेहरा वरिष्ठ अधिकारी थे।
इस बीच, मुख्यमंत्री ने कैग रिपोर्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। हालांकि, जोस ने आरोप लगाया कि रिपोर्ट के कुछ हिस्से विधानसभा में पेश किए जाने से पहले ही लीक कर दिए गए। इस मुद्दे पर भाजपा ने भी एलडीएफ सरकार पर निशाना साधा।
केंद्रीय मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्रालय और गृह मंत्रालय कैग रिपोर्ट में उल्लेखित मामलों पर गंभीरता से विचार करेगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह मामला केंद्र सरकार के सामने औपचारिक रूप से नहीं रखा गया है। मुरलीधरन ने मार्च के पहले हफ्ते में बेहरा की लंदन यात्रा पर सवाल उठाया और कहा कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि यह निजी यात्रा थी या आधिकारिक।