छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा विधानसभा सीट के लिए बुधवार को सत्ताधारी दल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किया। इस सीट के लिए 23 सितम्बर को मतदान होगा। इस वर्ष अप्रैल महीने में नक्सली हमले में शहीद भाजपा के विधायक भीमा मंडावी की मृत्यु के बाद रिक्त दंतेवाड़ा सीट के लिए कांग्रेस की ओर से झीरम हमले में शहीद पूर्व नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा की पत्नी देवती कर्मा ने तथा भाजपा की ओर से भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी ने आज अपना नामांकन दाखिल किया।
नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन राज्य के दोनों प्रमुख दलों ने आज शक्ति प्रदर्शन किया और अपने उम्मीदवारों के लिए वोट मांगा। देवती कर्मा के नामांकन दाखिल करने के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, कांग्रेस के छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, भूपेश मंत्रिमंडल के सदस्य और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे। वहीं ओजस्वी मंडावी के नामांकन दाखिले के समय पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और अन्य वरिष्ठ नेता मौजूद थे।
नामांकन दाखिल करने से पहले दोनों उम्मीदवारों ने दंतेवाड़ा की प्रसिद्ध दंतेश्वरी देवी का दर्शन किया तथा जीत के लिए आशीर्वाद मांगा। नामांकन दाखिल की प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दंतेवाड़ा में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 15 वर्षों के शासनकाल के दौरान भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने बस्तर के संसाधनों को लूटा है। लेकिन जब से कांग्रेस सत्ता में आई है तब से क्षेत्र के विकास के लिए कई काम किए गए हैं।
बघेल ने कहा कि राज्य बनने के तत्काल बाद सरकार ने टाटा के लिए अधिग्रहित की गई जमीन को किसानों को वापस लौटाया। इसके साथ ही क्षेत्र में कई विकास के काम किए गए। इधर ओजस्वी मंडावी के पक्ष में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जनता से वोट मांगा। नामांकन दाखिल के बाद पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने ट्वीट कर कहा कि आज दंतेवाड़ावासियों का आशीर्वाद प्राप्त कर शहीद भीमा मंडावी की धर्मपत्नी ओजस्वी मंडावी ने पूरे विश्वास के साथ राज्य में भाजपा के वरिष्ठ सदस्यों की उपस्थिति में अपना नामांकन दाखिल किया। मुझे विश्वास है जनता कुशासन व लाल आतंक को पराजित कर विकास का कमल खिलाएगी।
वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान बस्तर क्षेत्र के 12 विधानसभा सीटों में से एकमात्र दंतेवाड़ा सीट पर भारतीय जनता पार्टी की जीत हुई थी। इस सीट पर मंडावी ने मौजूदा विधायक देवती कर्मा को 2172 वोटों से पराजित किया था। इस वर्ष अप्रैल महीने में लोकसभा चुनाव के दौरान चुनाव प्रचार पर निकले विधायक भीमा मंडावी के वाहन को नक्सलियों ने विस्फोट कर उड़ा दिया था। इस घटना में विधायक मंडावी समेत पांच लोगों की मृत्यु हुई थी। मृतकों में चार सुरक्षाकर्मी थे।
इस लोकसभा चुनाव में राज्य की जनता ने विधानसभा चुनाव से विपरीत वोट करते हुए भाजपा को जिताया था। विधानसभा चुनाव में जहां कांग्रेस ने 90 सीटों में से 68 सीटों पर जीत हासिल की थी। वही इस लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 11 लोकसभा सीटों में से केवल दो सीटों पर ही जीत हासिल कर सकी।