रामेश्वर शर्मा को मध्य प्रदेश विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर कांग्रेस ने सवाल खड़े करते हुए इसे अवैध करार दिया है। इसके साथ ही पार्टी ने बीजेपी पर लोकतांत्रिक परम्पराओं को दर किनार किए जाने का आरोप लगाया है। जगदीश देवड़ा के मंत्री बनने पर रामेश्वर शर्मा को प्रोटेम स्पीकर की जिम्मेदारी दी गई है।
राज्य पिछड़ा वर्ग के आयोग के अध्यक्ष जेपी धनोपिया का कहना है कि राज्य में बीजेपी द्वारा सभी लोकतांत्रिक परम्पराओं को दर किनार किया जा रहा है। प्रोटेम स्पीकर उस विधायक को बनाया जाता है जो वरिष्ठ हो और पिछले पांच साल के कार्यकाल में स्पीकर की पैनल में उसने काम किया हो मगर रामेश्वर शर्मा इस मापदंड को पूरा नहीं करते हैं, ऐसे में उनकी नियुक्ति अवैध है जिसे तत्काल निरस्त किया जाना चाहिए।
मप्र: पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का दावा, 24 सीटों पर होने वाले उपचुनाव में सभी सीटें जीतेगी भाजपा, मप्र में कांग्रेस का हो चुका है सफाया
तत्कालीन प्रोटेम स्पीकर जगदीश देवड़ा की मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। धनोपिया का कहना है कि देवड़ा की मंत्री पद पर नियुक्ति गलत है क्योंकि प्रोटेम स्पीकर की किसी अन्य पद पर नियुक्ति हो ही नहीं सकती जबकि देवड़ा ने दो जुलाई को सुबह 11 बजे मंत्रिपद की शपथ ले ली और शाम को चार बजे प्रोटेम स्पीकर के पद से त्यागपत्र दिया है। इस घटना क्रम की सर्व दलीय कमेटी गठित कर जाँच कराना चाहिए और देवड़ा केा तत्काल मंत्रिपद से हटाना चाहिए।