कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि कांग्रेस ने देश की संस्कृति को जोड़ने का कार्य किया, लेकिन मौजूदा दौर में कांग्रेस ही नहीं देश की संस्कृति पर भी हमला हो रहा है। कमलनाथ ने यहां विश्व आदिवासी दिवस और भारत छोड़ आंदोलन की वर्षगांठ के मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित किया।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि देश में संविधान की अवहेलना की जा रही है। इसके प्रावधानों को दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने मध्यप्रदेश में दलितों पर अत्याचार बढ़ने के आरोप लगाए और कहा कि बेरोजगारी, महिला अपराधों और अन्य अपराधों में यह राज्य देश में नंबर एक पर आ गया है।
कमलनाथ ने इस मौके पर संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर का भी स्मरण किया और कहा कि उन्होंने देश की विविधताओं का ध्यान में रखकर संविधान का निर्माण किया और सभी को संरक्षण दिया, लेकिन अब वंचित वर्ग ही सुरक्षित नहीं हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि वंचित वर्ग का संरक्षण कांग्रेस करती आयी है और आगे भी करती रहेगी।
इस अवसर पर कांग्रेस के अनुसूचित जाति विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन राउत ने संबोधित करते हुए कहा कि इस धरा पर आदिवासियों का बहुत महत्व है। जल, जंगल, जमीन बचाने के लिये कई आदिवासियों ने अपने प्राणों को न्यौछावर किया है। राउत ने कहा कि भाजपा ने खरीद फरोख्त कर राज्य में अपनी सरकार बना ली है, लेकिन राज्य की जनता कमलनाथ को एक बार फिर से मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
कार्यक्रम के संयोजक प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सुरेन्द, चैधरी ने भारत छोड़ आंदोलन दिवस और विश्व आदिवासी दिवस पर कार्यक्रम में आये सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं का स्वागत और आभार व्यक्त करते हुए राज्य सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि उसने दलितों के साथ कुठाराघात किया है।
कार्यक्रम के बाद कार्यक्रम में मौजूद कार्यकर्ताओं ने विधानसभा की ओर बढ़ने का प्रयास किया, जिसे पुलिस ने असफल कर दिया। इस दौरान चौधरी और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह समेत अनेक नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर बाद में रिहा कर दिया गया।