देहरादून : कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी के नेतृत्व में सात सदस्यी महिलाओं का एक दल नारी निकेतन में एक 16 वर्षीय बालिका की हुई संदिग्ध मौत के संबंध में स्थिति का जायजा लेने पहुंचा, परन्तु जिला प्रशासन द्वारा निरीक्षण करने की अनुमति न दिये जाने पर प्रदेश प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमण्डल ने नारी निकेतन के गेट पर धरना आरम्भ कर दिया।
प्रदेश प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी ने कहा कि प्रशासन को नियमानुसार निरीक्षण हेतु एक आवेदन पत्र दिया गया था परन्तु जिलाधिकारी देहरादून द्वारा अनुमति न दिये जाने की आलोचना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन सरकार के इशारे पर काम कर रही है। उन्होेंने हैरानी जताते हुए कहा कि एक तरफ महिला आयोग की अध्यक्षा कह रही है कि बालिका ने आत्महत्या की है और वहीं दूसरी तरफ प्रदेश की बाल विकास मंत्री कह रही हैं कि यह आत्महत्या नहीं लगती है।
उन्होंने कहा कि दोनों के बयानों में भारी विरोधाभास है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का प्रतिनिधिमण्डल नारी निकेतन में वहां पर प्रबंधन व्यवस्थाओं का जायया लेकर अन्य बालिकाओं से उक्त संदर्भ में बात करना चाहता था, परन्तु हमारे प्रतिनिधिमण्डल को अन्दर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई जिससे यह साफ होता है कि कहीं न कहीं गड़बड़झाला है। प्रनिनिधिमण्डल में प्रदेश प्रवक्ता गरिमा महरा दसौनी, परिणीता बडौनी, रेनु नेगी, मंजू तोमर, अनुराधा तिवाड़ी, सावित्री थापा एवं साधना तिवाड़ी आदि सम्मिलित हैं।
– सुनील तलवाड़