त्रिपुरा, नगालैंड और मेघालय विधानसभा चुनावों की आज मतगणना हो हो रही है इस मतगणना के बाद बीजेपी और क्षेत्रीय पार्टीयां आगे चल रही है लेकिन इस रुझान में कांग्रेस की हालत बेहद ख़राब दिख रही है। क्योंकी कांग्रसे हर राज्य में धीरे धीरे खत्म हो रही है। कांग्रेस को उम्मीद थी की वो इस चुनाव में बेहतर पदर्शन करेगी। कांग्रेस को उम्मीद थी की भारत जोड़ो यात्रा से कांग्रेस को वोट मिलेंगा पर एसा नही हुआ। चुनाव में पिछे रहना कांग्रेस के लिए बहुत बड़ा नुकसान है। वहीं दूसरी तरफ त्रिपुरा की बात करें तो बीजेपी यहां दूसरी बार बहुमत के करीब है। वहीं कांग्रेस का यहां खाता तक नहीं खुल पाया है। बाता दें त्रिपुरा में भाजपा फिलहाल 29 सीटों पर आगे चल रही है। शुरुआती रुझानों की तुलना में मौजूदा आंकड़े बीजेपी के लिए भी ठीक नहीं कहे जा सकते। क्योंकि शुरुआत में बीजेपी को बहुमत मिलता दिख रहा था। जो अब बहुमत के आंकड़े से दूर हो गई है।
नागालैंड में कांग्रेस का खाता नहीं खुला
इसके अलावा नगालैंड में तो कांग्रेस का हाल और बुरा है। यहां कांग्रेस का खाता तक खुलता नहीं दिख रहा। नागालैंड की 60 में से 55 सीटों के रुझान आ चुके हैं। इनमें से एक भी सीट कांग्रेस को नहीं मिल पाई है। मेघालय में कांग्रेस सिर्फ चार सीटों पर बढ़त बनाये हुए हैं। इन आंकड़ो को देखकर कहा जा सकता है कि 2023 की शुरुआत कांग्रेस के लिए निराशाजनक रही है।
एनपीपी बनी बड़ी पार्टी
वहीं मेघालय में कॉनरॉड संगमा की एनपीपी अब सबसे बड़ी पार्टी बनती हुई दिख रही है। एनपीपी ताजा रुझानों में 23 सीटों पर आगे चल रही है। वहीं टीएमसी अब सिर्फ 8 सीटों पर आगे चल रही है। मेघालय में भाजपा और कांग्रेस 6-6 सीटों पर आगे हैं। यानी यहां भी कांग्रेस बेहद पीछे है। मेघालय कांग्रेस ने इस बार नए चेहरों पर दांव आजमाया था और राहुल गांधी ने एक रैली भी यहां की थी लेकिन उसका उतना असर जनता पर होता नहीं दिख रहा है।
कांग्रेस को लगा बड़ा झटका
चुनाव के रुझानों को देखकर कांग्रेस ने मान लिया है कि यह उनके लिए झटका है। कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इन नतीजों को पूरे देश पर लागू करना गलत होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रचार को यहां जीत मिली है। लेकिन इसे पूरे देश का रुझान कहना गलत है। तीन राज्यों में चुनाव के नतीजे 2024 के चुनाव का रास्ता साफ करेंगे।