कर्नाटक की 6 महीने पुरानी गठबंधन सरकार में शनिवार शाम लंबे इंतजार के बाद मंत्रिमंडल विस्तार किया गया। कांग्रेस ने कर्नाटक के पूर्व मंत्री एच.के. पाटिल को पार्टी की कर्नाटक प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया। पटेल, डी.के. शिवकुमार का स्थान लेंगे। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के बयान के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पूर्व मंत्री एच.के. पाटिल को तत्काल प्रभाव से डी.के. शिवकुमार के स्थान पर कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस समिति के प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किया है। कर्नाटक प्रचार समिति का अध्यक्ष नियुक्त किये जाने का बाद एच. के. पाटिल ने ट्वीट कर बाहुल को धन्यवाद किया।
I am honoured by the role the @INCIndia has offered me to which I thank @RahulGandhi ji and the entire Congress party. I hereby promise to continue serving the party to the best of my abilities. @siddaramaiah @dineshgrao @eshwar_khandre pic.twitter.com/QntMBbbJ5I
— HK Patil (@HKPatil1953) December 22, 2018
सूत्रों के मुताबिक दो मंत्रियों रमेश जारकिहोली (नगर प्रशासन) और आर शंकर (वन एवं पर्यावरण) को हटाया जाना था। सूत्रों ने कहा कि राज्यपाल वजुभाई वाला शाम 5:20 बजे नए मंत्रियों को शपथ दिलाएंगे। वहीं मंत्रिमंडल से हटाए जाने की संभावना के बाद आर शंकर का बयान सामने आया है। अपने बयान में उन्होंने कहा, मुझे रिपोर्ट मिल रही है कि मुझे मंत्रिमंडल से हटा दिया जाएगा। जब उन्होंने मुझे सीएलपी बैठक के लिए नहीं बुलाया तो मैंने महसूस किया कि कांग्रेस मुझे खोद रही है।
बीजेपी ने अभी तक मुझसे संपर्क नहीं किया है, लेकिन अगर मुझे मंत्रिमंडल से हटाया जाता है तो मैं फिर से विचार करूंगा। कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया के कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि सतीश जारकिहोली, एम बी पाटिल, सी एस शिवल्ली, एम टी बी नागराज, ई तुकाराम, पी टी परमेश्वर नाइक, रहीम खान और आर बी थिम्मारपुर को मंत्री बनाया जाएगा।
यह बयान कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा नामों को मंजूरी दिये जाने के अगले दिन जारी किया गया है। राहुल गांधी ने शुक्रवार रात पार्टी के कर्नाटक प्रभारी सचिव के सी वेणुगोपाल, कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धरमैया, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर राव के साथ बैठक के बाद इन नामों को मंजूरी दी थी।
हालांकि, कांग्रेस की सत्ता साझीदार जद (एस) इस कैबिनेट विस्तार का हिस्सा नहीं है। सूत्रों के मुताबिक वह संक्रांति के बाद अपने हिस्से के नए मंत्रियों को मंत्रिमंडल में शामिल कर सकती है। मई में दोनों दलों के बीच हुए सत्ता साझीदारी के लिए हुए समझौते के मुताबिक कांग्रेस के हिस्से में छह और जद (एस) के हिस्से में दो मंत्रिपद बचे हैं। यह कर्नाटक सरकार का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार होगा।