देशभर में इन दिनों मंदिर-मस्जिद को लेकर बवाल मचा हुआ है। वाराणसी की ज्ञानवापी, आगरा का ताज महल और दिल्ली के कुतुबमीनार के बाद हैदराबाद की चार मीनार पर भी विवाद उठता नजर आ रहा है। एक कांग्रेस नेता ने हैदराबाद की चारमीनार में नमाज पड़ने की अनुमति मांगी है। साथ ही उन्होंने इबादत की इजाजत नहीं मिलने पर विरोध प्रदर्शन करने की बात कही है। कांग्रेस नेता की मांग पर बीजेपी ने कहा कि यह तनाव पैदा करने की कोशिश है।
तेलंगाना से कांग्रेस नेता राशिद खान ने चारमीनार में नमाज पड़ने की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शन के लिए हस्ताक्षर अभियान चलाया है। राशिद खान ने दावा किया कि चारमीनार पर पहले नमाज अदा होती थी। हालांकि, मुसलमानों को दो दशक पहले यहां नमाज पढ़ने से रोक दिया गया था।
उन्होंने कहा, ‘जब हमने संस्कृति मंत्रालय से बात की तो किशन रेड्डी ने कहा कि इससे कानून और व्यवस्था की समस्या होगी। मैं सभी हस्ताक्षर लूंगा और तेलंगाना के सेक्युलर सीएम के पास जाऊंगा। अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो हम प्रगति भवन पर बैठकर विरोध करेंगे। देशभर में मस्जिदों पर गलत वादे किए जा रहे हैं।’
इस दौरान उन्होंने चारमीनार के पास मौजूद भाग्यलक्ष्मी मंदिर पर बोलते हुए कहा, ‘हम गंगा जमुना तहजीब को मानते हैं। अगर मंदिर में प्रार्थनाएं हो रही हैं, तो होने दें, लेकिन उसी तरह हमारी बंद मस्जिद को भी खोला जाना चाहिए और हमें नमाज की अनुमति मिलनी चाहिए।’ उन्होंने मंदिर को अनधिकृत अतिक्रमण और अवैध निर्माण बताया है।