महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं और उनके ड्राइवर की लिंचिंग का मामला सियासी रूप लेता जा रहा है। महाराष्ट्र की सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को इस मामले में गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपियों को बीजेपी का सदस्य बताया है।देश कांग्रेस कमेटी के महासचिव सचिन सावंत ने यह भी दावा किया कि बीजेपी इस मामले में ”सांप्रदायिक राजनीति” कर रही है ताकि राजनीतिक फायदा उठा सके।
उन्होंने ट्वीट किया, ”घटना से संबंधित गांव दिवासी गढ़चिंचले पिछले 10 वर्षों से बीजेपी का गढ़ माना जाता है। वहां का मौजूदा मुखिया भी बीजेपी से है। घटना के लिए गिरफ्तार किए ज्यादतर लोग बीजेपी से हैं।” बीजेपी की प्रदेश इकाई ने सावंत के आरोपों को खारिज किया है।
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उल्लेखनीय है कि पालघर की घटना 16 अप्रैल की रात हुई थी, जब भीड़ ने चोर होने के संदेह में दो साधुओं समेत तीन लोगों की पीट-पीट कर हत्या कर दी। मृतकों में जूना अखाड़ा के दो संत भी शामिल हैं। खबरों के अनुसार कुछ नाबालिगों सहित 100 से अधिक लोगों को पुलिस ने घटना में शामिल होने के आरोप में हिरासत में लिया है।