विपक्ष को ‘गैर जिम्मेदार’ और ‘बचकाना’ बताते हुए बीजेपी ने मंगलवार को कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) को राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के साथ भ्रमित कर अल्पसंख्यकों को गुमराह कर रही है। उत्तराखंड बीजेपी अध्यक्ष अजय भट्ट ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘सीएए का एनआरसी से कोई मतलब नहीं है। विपक्षी दल गैर जिम्मेदार और बचकाना है। वह अल्पसंख्यकों को गुमराह करने के लिए दोनों को जोड़ रही है।’
वर्ष 2019 को ऐतिहासिक बताते हुए भट्ट ने कहा कि इस दौरान बीजेपी और केंद्र की उसकी सरकार ने कई उपलब्धियां हासिल कीं। उन्होंने कहा कि सीएए भी केंद्र सरकार का ऐसा ही एक ऐतिहासिक कदम है। नैनीताल से सांसद भट्ट ने कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सिमटती जनसंख्या इस बात का संकेत है कि वे वहां परेशान हैं जबकि भारत में अल्पसंख्यकों की तादाद कई गुना बढ गयी है जो बताती है कि वे यहां सुरक्षित हैं।
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उन्होंने कहा कि सीएए पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के उन धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है जिन्होंने अपनी मातृभूमि में प्रताडित किये जाने के कारण भारत में शरण मांगी है। भट्ट ने जोर देकर कहा कि सीएए किसी की नागरिकता के अधिकार को नहीं छीनेगा और इस मुददे पर कांग्रेस केवल झूठ फैला रही है। उन्होंने कहा, ‘यह सभी धर्मों के साथ समान व्यवहार करने के हिंदुत्व के केंद्रीय दर्शन के अनुरूप ही है।
विपक्ष पूछ रहा है कि सीएए से केवल मुसलमानों को बाहर क्यों रखा गया। क्या वह पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रह रहे मुसलमान बहुसंख्यकों को यहां आने और रहने देने के लिए आमंत्रित करना चाहती है।’ भट्ट ने कहा कि कांग्रेस को सीएए पर गलत सूचना फैलाने का अभियान रोक देना चाहिए।