विधानसभा चुनावों के मद्देनजर गुजरात की सरजमीं हिचकोले खा रही है। राजनीतिक पार्टियां जहां अपने उम्मीदवारों के नामों ऐलान कर रही है, वहीं टिकट कटने से नाराज विधायक दलबदल की कोशिश में जुटे हैं। इस बीच कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने चुनाव पूर्व गठबंधन का ऐलान किया है। दोनों दलों के नेताओं ने आज गठबंधन का ऐलान किया। शरद पवार की पार्टी राज्य की 182 में से तीन सीट पर चुनाव लड़ेगी।
BJP के कब्जे वाली सीट पर उम्मीदवार उतारेगी NCP
राकांपा के कंधाल जडेजा अपनी पार्टी के इकलौते विधायक थे जिन्होंने 2017 के विधानसभा चुनाव में पोरबंदर जिले के कुटियाना विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज की थी। गठबंधन का ऐलान करते हुए गुजरात कांग्रेस के अध्यक्ष जगदीश ठाकोर ने कहा, ‘‘राकांपा आगामी राज्य विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ गठबंधन करके लड़ेगी। राकांपा तीन सीट-आनंद जिले की उमरेठ, अहमदाबाद जिले की नरोदा और दाहोद जिले की देवगढ़ बरिया सीट से चुनाव लड़ेगी।’’
इन तीन सीट पर फिलहाल सत्ताधारी बीजेपी का कब्जा है। ठाकोर ने गुजरात चुनाव में 125 सीट पर जीत के साथ सबसे पुरानी पार्टी की सत्ता में वापसी के प्रति भरोसा जताते हुए कहा, ‘‘कांग्रेस ने उन दलों के साथ समझौता करने का निर्णय लिया है जो संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए)-एक और दो में राष्ट्रीय स्तर पर हमारे साथ थे।’’ उन्होंने कहा कि समान विचारधारा वाले और संविधान तथा देश की एकता की रक्षा के लिए कार्य करने वाले लोग फासीवादी ताकतों के खिलाफ एकजुट हो रहे हैं।
राकांपा के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पटेल बोस्की ने कहा कि राकांपा गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का समर्थन करेगी। पटेल ने कहा, ’’हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इन तीन सीट पर ईमानदारी के साथ लड़ें। कांग्रेस ने हम पर जो भरोसा जताया है, उसके लिए मैं आभारी हूं। हम ऐसा कुछ नहीं करेंगे जो राकांपा की छवि को नुकसान पहुंचाए।’’ बीजेपी शासित गुजरात में विधानसभा चुनाव दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होंगे तथा मतगणना आठ दिसंबर को होगी।