हल्द्वानी : कांग्रेस ने एनआरसी व सीएए को देश की जनता को बांटने वाला कानून बताते हुए सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा। उन्होंने राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। कांग्रेस कार्यकर्ता नगर कांग्रेस कमेटी के बैनरतले एसडीएम कोर्ट में एकत्र हुए। जहां उन्होंने एनआरसी व सीएए के विरोध में प्रदर्शन किया और सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन प्रेषित किया।
ज्ञापन में कहा गया है कि सीएए व एनआरसी देश की जनता को धर्म जातियों के आधार पर बांटने वाला है। साथ ही यह काला कानून देश की जनता पर जबरन थोपने जैसा है। इस बिल की आग से आज पूरा देश जल रहा है। इस कानून को लागू कर भारत का संविधान धर्मनिरपेक्षता की मूल भावनाओं से खिलवाड़ किया जा रहा है। ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि इस बिल के विरोध में पूर्वोत्तर के छात्र संगठन व आम जनता आज सड़कों पर उतर आई है।
देश की जनता से अपनी नागरिकता सिद्ध करने के प्रमाण पत्र मांगे जा रहे हैं, जो आज़ादी से लेकर आज तक देश की जनता के लिये एक चुनौती है। आज देश की जनता देश का नागरिक होने के प्रमाण पत्रों को सिद्ध करने के लिये भटक रही है। कहा कि सरकार देश की जनता को इस काले कानून एनआरसी व सीएए में उलझा कर देश के अहम मुद्दों महंगाई, बेरोजगारी, गिरती अर्थ व्य्वस्था, बन्द होते औद्योगिक प्रतिष्ठानों की ओर से देश जनता का ध्यान भटकाने के साथ ही तानाशाही, भय का वातावरण देश में बनाकर राज करना चाहती है।
जिसे देश की जनता और कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। कांग्रेस ने ज्ञापन के माध्यम से राष्ट्रपति से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में दर्जनों कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल रहे।