पटना : कांग्रेस के पूर्व उपाध्यक्ष प्रवीण सिंह कुशवाहा ने भाजपा द्वारा सत्तर जगह पर देश भर में मंत्रियों और उपमुख्य्मंत्री से प्रेस काफ्रेंस कराए जाने को औचित्यहीन कऱार देते हुए कहा की राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कांग्रेस के स्टैंड सही है। उन्होंने कहा कि रक्षा खरीद मामले को न्यायिक प्रक्रिया से अलग कर संसद की जेपीसी द्वारा जांच होना चाहिए। कांग्रेस की मांग गोपनीयता भंग करने की नहीं बल्कि कांग्रेस की मांग मूल्य बताने की है जो नहीं बताया जा रहा है।
मूल्य रु 526 करोड़ से रु 1670 करोड़ हुआ तो इसके पीछे रिलायंस का जुडऩा था या नहीं था। 10 दिन पहले बनी कम्पनी को करार क्यों मिला, जबकि इस विमान बनाने का कोई अनुभव नहीं था, अनुभवी व सरकारी कम्पनी एचएएल से करार छीन निजी कम्पनी को क्यो दिया गया। भाजपा को जेपीसी जांच जरूर करवा लेना चाहिए। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के बाद जेपीसी से नहीं घबराना चाहिए। और दूध का दूध पानी का पानी कर लेना चाहिए। माननीय न्यायालय ने स्पष्टता के साथ इस मामले में न्यायिक हस्तक्षेप से इनकार किया है तब ये मामला संसद से ही सुलझना चाहिए जिसका एकमात्र रास्ता जेपीसी जांच ही बनता है।