मध्य प्रदेश विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि 'व्यापमं महाघोटाले के बाद पीएससी भर्ती परीक्षा में घोटाला सामने आने के बाद प्रदेश के युवाओं का इस सरकार से विश्वास उठ गया है, वहीं, पूरे देश में राज्य की छवि खराब हुई है।'
न्याय यात्रा के दूसरे दिन मंगलवार को सिंह ने जन सभाओं में कहा कि 'यह कौन मामा है जो भांजों के साथ विश्वासघात कर रहा है। सीबीआई को उसका असली चेहरा सामने लाना चाहिए।' नेता प्रतिपक्ष सिंह ने आरोप लगाया कि, घोटालों और भ्रष्टाचार से प्रदेश के मुख्यमंत्री का चोली-दामन का साथ रहा है, डम्पर से शुरू हुए पीएससी घोटाले तक में लिप्त होने की बात सामने आने लगी है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या बात है कि प्रदेश में कोई भी घोटाला होता है तो उसके तार मामा से ही क्यों जुड़ जाते हैं। प्रदेश की शिक्षा और उसके बाद भर्ती प्रक्रिया में जिस तरह शिवराज सरकार ने घोटाले और भ्रष्टाचार किए हैं, उससे प्रदेश का युवा न केवल ठगा महसूस कर रहा है, बल्कि वह अपने भविष्य को अंधकार में देख रहा है।
नेता प्रतिपक्ष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने शर्मनाक कार्यकाल के बाद किस बात की जन-आशीर्वाद यात्रा निकाल रहे हैं। क्या व्यापमं और पीएससी जैसे घोटाले के बाद युवाओं से उन्हें आशीर्वाद चाहिए? क्या अपनी उपज का वाजिब मूल्य न मिलने और छाती पर गोली चलाकर हत्या करने वालों को माफ कर देने के लिए किसानों का आशीर्वाद चाहिए? क्या कर्ज के कारण 20 हजार किसानों ने आत्महत्या की, उनके परिवारों से आशीर्वाद मांगने निकले हैं?
सिंह ने आगे कहा कि जो मुख्यमंत्री 14 साल तक गरीबों, किसानों को बिजली बिल न भरने पर आपराधिक प्रकरण दर्ज करवा रहा हो, उन्हें जेल में डाल रहा हो, उनके सामान की कुर्की कर रहा हो, वह मुख्यमंत्री 15 साल में चुनाव के ठीक चार माह पहले गरीबों और किसानों का हितैषी कैसे बन सकता है। सिंह ने कहा कि आज मध्यप्रदेश में एक धोखेबाज, ठग और हत्यारी सरकार है। इस सरकार ने प्रदेश के हर वर्ग से वादाखिलाफी की है। अब वक्त आ गया है कि इस सरकार को उखाड़ फेंकें।