गोवा में अगले साल 2022 में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस अपने पूरी तैयारी के साथ मैदान में उतरने वाली है। इसके मद्देनजर पार्टी ने साल 2017 के चुनावों के बाद की गड़बड़ी को नहीं दोहराने की कसम खाई है। जब सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद उनके नेतृत्व ने तटीय राज्य में सरकार बनाने का दावा करने वाला एक पत्र प्रस्तुत करने में देरी की, जिसका नतीजा यह हुआ कि बीजेपी ने सरकार बनाने के लिए जल्दबाजी में गठबंधन कर लिया।
मंगलवार की देर रात मापुसा शहर में एक पार्टी समारोह में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि जब कांग्रेस 40 सदस्यीय में 21 के आंकड़े को पार करती है राज्य विधानसभा में पार्टी सत्ता पर दावा पेश करने के लिए पांच मिनट के भीतर राज्यपाल को पत्र लिखेगी।
हरीश रावत की भाजपा को दो टूक, बोले- अगर वो दल-बदल का खेल खेलेंगे, तो हम भी चूकेंगे नहीं
उन्होंने उत्तरी गोवा जिले के मापुसा में एक पार्टी समारोह में कहा, मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि एक बार जब आप हमें गोवा में बहुमत दिलाएंगे, तो सरकार बनेगी। 2017 की गलतियां नहीं होंगी। पणजी में तुरंत निर्णय लिए जाएंगे। जैसे ही हम संख्या को पार करेंगे, कांग्रेस पार्टी के सरकार बनाने और मुख्यमंत्री का नाम रखने का दावा पेश करने वाले राज्यपाल को पत्र दिया जाएगा।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा, “कोई आशंका नहीं, कोई झिझक नहीं है.. मैं आपको अपना वचन देता हूं, जैसे ही हम संख्या को पार करेंगे, सरकार हमारी होगी।” पूर्व केंद्रीय मंत्री ने गोवा कांग्रेस में दलबदल की सीरीज को पार्टी के इतिहास में ‘दुखद अध्याय’ के रूप में वर्णित किया, जिसे भविष्य में दोहराया नहीं जाएगा। कांग्रेस के 13 विधायक 2017 से सत्तारूढ़ बीजेपी में शामिल होने के लिए पार्टी छोड़ चुके हैं।