कोरोना के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन कल खत्म होने वाला है। मगर कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार लॉकडाउन को आगे बढ़ा सकती है। ओडिशा पहला ऐसा राज्या था जिसने 30 अप्रैल तक लॉकडाउन बढ़ाने का फैसला लिया है। किसानों की समस्याओं को देखते हुए राज्य सरकार ने कृषि क्षेत्र में लॉकडाउन में ढील देने की घोषणा की है। ओडिशा सरकार ने 15 अप्रैल के बाद राज्य में लॉकडाउन के दूसरे चरण के लिए कृषि, मात्स्यकी और संबंधित गतिविधियों पर पाबंदियों में सोमवार को कुछ ढील देने की घोषणा की।
विशेष राहत आयुक्त पी.के जेना ने कहा कि भुवनेश्वर में कोई ढील नहीं दी जाएगी क्योंकि वह राज्य में कोरोना वायरस के केंद्र के रूप में उभरा है, राज्य में कोविड-19 के जो कुल 54 मामले सामने आए हैं, उनमें 41 भुवनेश्वर से हैं। जेना ने कहा कि चूंकि राज्य की राजधानी भुवनेश्वर कोई कृषि गतिविधि या मनरेगा का कार्य नहीं होता है, ऐसे में वहां ढील नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कृषि गतिविधियों में एक दूसरे से दूरी बनाकर रखने के नियम को सख्ती से लागू किया जाएग, चूंकि कृषि एवं संबद्ध गतिविधियों जैसे कृषि मशीनों को ले जाने, प्रशीतन भंडार गृहों का खुलने को लॉकडाउन से छूट दी जाएगी।
उन्होंने कहा, सभी प्रकार की मात्स्यिकी, संबद्ध गतिविधियां, पशुपालन गतिविधियां लॉकडाउन के दूसरे चरण में जारी रहेंगी। ओडिशा कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लॉकडाउन का 30 अप्रैल तक विस्तार करने वाला पहला राज्य है। राज्य सरकार ने पौधारोपण संबंधित गतिविधियों, जंगलों एवं अभयारण्यों में जलाशयों के निर्माण एवं मरम्मत के कार्यों, पेयजल पाइपलाइनों एवं ट्यूबवेल मरम्मत कार्यों को अनुमति दी है। जेना ने कहा कि सड़क किनारे के ढाबे खुलेंगे ताकि जरूरी सामानों को लेकर जा रहे वाहनों के ड्राइवरों को भोजन की दिक्कत न हो लेकिन वे वहां बैठकर नहीं खा सकते हैं, वे खाना अन्यत्र ले जाकर खा सकते हैं।
बता दें, ओडिशा में कोरोना से संक्रमितों की संख्या 54 हो गई है जबकि एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है और 12 लोग ठीक भी हो चुके हैं। वहीं, देशभर में कोरोना का प्रकोप जारी है। महामारी की चपेट में अबतक कुल 9,352 लोग आ चुके हैं जबकि 324 लोगों की जान जा चुकी है। हालांकि, इस वायरस से अबतक कुल 980 लोग ठीक भी हो चुके हैं।