महाराष्ट्र में कोरोना वायरस का विस्फोट जारी है। राज्य में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,607 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद संक्रमितों का आंकड़ा 97,648 तक पहुंच गया है। साथ ही 152 और लोगों की मौत होने के बाद राज्य में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3,590 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी।
वहीं 1,561 मरीजों को इलाज के बाद स्वास्थ्य लाभ होने पर अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई है। इसी के साथ संक्रमण से ठीक होने वाले रोगियों का आकंड़ा 44,078 हो गया है। राज्य में बीमारी का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 47,968 है। राज्य में अबतक 6,09,317 नमूनों की जांच की गई है।
उधर, राज्य में सबसे ज्यादा प्रभावित शहर मुंबई स्थित झुग्गी-बस्ती धारावी में कोरोना के 20 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद इलाके में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 1,984 यह जानकारी बीएमसी के एक अधिकारी ने दी।
बृहन मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि झुग्गी-बस्ती में कोविड-19 से कुछ समय पहले हुई दो लोगों की मौत की जानकारी मिलने के बाद कोरोना वायरस से हुई मौतों की संख्या 73 से बढ़ कर 75 हो गयी। उन्होंने कहा कि धारावी में फिलहाल 914 मरीजों का इलाज हो रहा है जबकि 995 मरीज संक्रमण से उबर चुके हैं।
वहीं, प्रदेश के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार को कहा कि राज्य सरकार ने थोड़े समय में कोविड-19 रोगियों के उपचार के लिए पर्याप्त संख्या में स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं स्थापित करने में सफलता प्राप्त की है। ठाकरे पुणे में हिंजावाडी आईटी पार्क में विप्रो लिमिटेड द्वारा विकसित एक कोविड-19 देखभाल केंद्र के उद्घाटन के मौके पर बोल रहे थे।
मुख्यमंत्री ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा, ‘‘कोविड-19 के प्रकोप के शुरुआती चरण के दौरान राज्य में स्वास्थ्य देखभाल का बुनियादी ढांचा पर्याप्त नहीं था। लेकिन अब हम पर्याप्त संख्या में सुविधाएं विकसित करने में सफल रहे हैं।’’ स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा कि इस अत्याधुनिक सुविधा केंद्र से लोगों को फायदा होगा। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार राज्य के ग्रामीण इलाकों में भी इसी तरह की सुविधाएं बढ़ाने पर धनराशि खर्च करेगी।’’
विप्रो के अध्यक्ष रिशद प्रेमजी ने कहा, ‘‘हमने मानवीय आधार पर इस स्वास्थ्य सुविधा को विकसित करने में रुचि दिखाई और सरकार ने हमारे प्रस्ताव पर सकारात्मक जवाब दिया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम देशभर में जरूरतमंदों को भोजन और दवा उपलब्ध कराने की कोशिश कर रहे हैं।’’ राज्य सरकार ने कोरोना वायरस मरीजों को एक वर्ष के लिए उपचार प्रदान करने के लिए कंपनी के साथ एक सहमतिपत्र पर हस्ताक्षर किए हैं।