तमिलनाडु में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और सोमवार को 17 नये मामलों की पुष्टि होने के साथ ही इससे संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 67 हो गई। मुख्यमंत्री के पलानीस्वामी ने राज्य सचिवालय में कोरोना की रोकथाम को लेकर किये जा रहे उपायों की उच्च अधिकारियों के साथ समीक्षा करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इरोड से दस, चेन्नई से पांच तथा मदुरै एवं करुर जिलों से एक-एक नये मामले सामने आने के साथ ही राज्य में कोरोना से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 67 हो गयी है। इससे पूर्व रविवार को इरोड जिले में आठ नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बढ़कर 50 हो गयी थी। ये सभी आठ मामले थाईलैंड के दो नागरिकों के संपर्क में आने के कारण सामने आये थे। इन सभी को पेरुन्थुरई के आईआरटी के अलग वार्ड में भर्ती किया गया है। इन सभी की पहचान संपर्क का पता लगाने के दौरान की गयी थी।
कोरोना संकट को लेकर भारतीय-अमेरिकियों ने समुदाय की मदद के लिए बनाई स्वयंसेवी समूह
पलानीस्वामी ने कहा कि राज्य में कोरोना से अभी तक केवल एक व्यक्ति की मौत हुई है जबकि पांच संक्रमितों के स्वस्थ होने के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है। उन्होंने बताया कि अभी कोरोना के 121 नमूनों की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण का संदेह होने तथा 28 दिनों के क्वारंटीन अवधि समाप्त होने के बाद 3400 से अधिक लोगों को छोड़ दिया गया और उन्हें घर जाने की इजाजत दे दी गयी।
उन्होंने बताया कि कोरोना मरीजों के लिए अलग-अलग वार्डों में 17089 बिस्तरों तथा तीन हजार से अधिक वेंटिलेटरों का इंतजाम किया गया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा 1.5 करोड़ मास्क, 25 लाख एन-95 मास्क तथा 30 हजार जांच किटों के निर्माण के आदेश दे दिये गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना के फैलाव को रोकने का एकमात्र विकल्प खुद को क्वारंटीन में रखना है क्योंकि इसका कोई अन्य इलाज अभी तक नहीं पाया गया है।
उन्होंने लोगों से 24 मार्च से 21 दिनों के लिए लागू लॉकडाउन का पालन करते हुए खुद को घर के अंदर महफूज रखने की अपील की है। उन्होंने बताया कि मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित एक समिति कोरोना के फैलाव को रोकने के लिए हरसंभव कदम उठाएगी जबकि इसके अलावा 11 समितियां कोरोना की रोकथाम के उपायों को और तेज करेंगी।