महाराष्ट्र में कोरोना वायरस संक्रमण के 6364 मामले सामने आये हैं, जो एक दिन का सर्वाधिक है। इसके साथ ही प्रदेश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़ कर एक लाख 92 हजार 990 हो गयी है । प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी ।
विभाग ने कहा है कि प्रदेश में महामारी से 198 लोगों की मौत हो गयी है जिससे मरने वाले लोगों की संख्या बढ़ कर 8376 हो गयी है । आधिकारिक बयान में कहा गया है कि दूसरी ओर सफल इलाज के बाद 3515 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दी गयी है, जिससे ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ कर एक लाख चार हजार 687 हो गयी है ।
इसमें कहा गया है कि प्रदेश में अब तक दस लाख 49 हजार 277 नमूनों की जांच की गयी है । राज्य में अब भी 79,927 लोगों का इलाज चल रहा है। वहीं बढ़ते संक्रमण के मामलों को देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने राज्य में कोविड-19 की स्थिति और अन्य मुद्दों को लेकर शुक्रवार को यहां एक बैठक की।
घंटे भर की यह बैठक इन खबरों के बीच हुई कि महाराष्ट्र में शिवसेना नीत महा विकास अघाडी (एमवीए) सरकार में शामिल राकांपा और कांग्रेस के मंत्री मुख्यमंत्री द्वारा उन्हें विश्वास में लिये बिना निर्णय लिये जाने से अप्रसन्न हैं। अलग-अलग विचारधारा वाली तीन पार्टियों ने गत वर्ष विधानसभा चुनाव के बाद सरकार गठन के लिए हाथ मिलाया था।
राकांपा के सूत्रों ने कहा, ‘‘दोनों नेता राज्य से संबंधित वर्तमान मामलों, विशेष रूप से कोविड-19 के चलते उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर चर्चा के लिए बैठक करते रहते हैं। उन्होंने आज एक बैठक की। एमवीए के भीतर कोई मतभेद नहीं है।’’
गत 29 जून को महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में लॉकडाउन 31 जुलाई तक बढ़ा दिया था और राज्य में कोविड-19 मामलों के बढ़ने के मद्देनजर और छूट नहीं दी थी।
राकांपा इस पर जोर देती रही है कि अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए आर्थिक गतिविधियां राज्य के उन क्षेत्रों में चरणबद्ध तरीके से बहाल की जाएं जो कोविड-19 संकट से अधिक प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र में अभी तक देश में कोविड-19 के सबसे अधिक मामले सामने आये हैं।