माकपा नेता वृंदा करात ने शुक्रवार को कहा कि केन्द्र सरकार संशोधित नागरिकता कानून, राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) को लोगों पर हमले के लिए त्रिशूल के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने सरकार के उस दावे को भी खारिज किया कि संशोधित नागरिकता कानून का एनआरसी और एनपीआर से कोई लेना-देना नहीं है। करात ने यहां आयोजित एक कार्यक्रम में कहा विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि एनपीआर देशव्यापी एनआरसी की दिशा में एक कदम है।
करात ने कहा, सरकार देश के लोगों के दिल पर चोट करने के लिए सीएए, एनआरसी और एनपीआर का इस्तेमाल त्रिशूल के रूप में कर रही है। सरकार संविधान का पालन नहीं कर रही। उसे देश में महिलाओं की हालत का अंदाजा नहीं है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को झूठ की मशीन करार दिया।